लखीसराय जिले में हिट एप से हो रहा है होम आइसोलेशन के मरीजों का बेहतर इलाज

– गंभीर स्थिति होने पर अस्पताल में भर्ती होने की दी जा रही सलाह

लखीसराय-

जिला में कोरोना संक्रमण की चेन को खत्म करने में स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक स्तर पर लगा हुआ है। कोरोना जांच से लेकर टीकाकरण अभियान को लगातार तेज किया जा रहा और इसमें कामयाबी भी मिल रही है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में मरीजों की संख्या अब लगातार कम होते जा रही है। इसके साथ हीं होम आइसोलेशन में रह रहे एक्टिव मरीजों की बेहतर तरीके से देखभाल में हिट एप वरदान साबित हो रहा है। जिले में जबसे हिट एप के जरिये कोरोना मरीजों की ट्रैकिंग शुरू हुई है| उसी समय से होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों का और भी बेहतर तरीके से इलाज हो रहा है और वो जल्दी स्वस्थ भी हो रहे हैं।
ऑक्सीजन का लेवल 94 से कम रहने पर अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी जाती
मालूम हो कि हिट एप के माध्यम से होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज करा रहे कोरोना संक्रमित एक्टिव मरीजों की ट्रैकिंग कर उनका ऑक्सीजन लेवल मापा जाता है। इस दौरान यदि उनका ऑक्सीजन का लेवल 94 से कम रहता है तो उसे अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा मरीजों के स्वास्थ्य की स्थिति का आकलन कर उसे हिट एप पर अपलोड भी किया जाता है। जिस पर जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक की नजर रहती है।
हिट एप से मरीजों के बारे में लगातार अपडेट मिल रहा-
लखीसराय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक (बीएचएम) निशांत राज ने बताया कि जिले में पहले से ही कोरोना मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज चल रहा है। अब हिट एप से ट्रैकिंग के बाद यह सुविधा जरूर मिली है कि मरीजों के बारे में लगातार अपडेट मिल रहा है। इससे यह फायदा हो रहा है कि यदि कोरोना संक्रमित मरीजों की हालत थोड़ा भी बिगड़ती है तो उसे तत्काल इलाज की सुविधा मुहैया करा दी जाती है। इस एप से जहां एक ओर कोरोना मरीजों को सहूलियत मिली है वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य कर्मियों को भी।

पीएचसी क्षेत्र में अभी हैं कुल 28 एक्टिव केसः
पीएचसी क्षेत्र में अभी कोरोना के कुल 28 एक्टिव केस हैं। इनमें से एक मरीज चानन प्रखण्ड क्षेत्र का है। इन सबका बेहतर तरीके से देखभाल किया जा रहा है। स्वास्थ्यकर्मी मरीजों के घर-घर जाकर ऑक्सीजन लेवल की जांच कर रहे हैं। इसके साथ ही अन्य परेशानी को भी नोट कर रहे हैं। इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों से मरीज अपनी परेशानी भी बता रहे हैं और परेशानी का तत्काल समाधान भी किया जा रहा है। मरीजों को इससे यह फायदा मिल रहा है कि उन्हें किसी भी तरह की तकलीफ होने पर स्वास्थ्य विभाग को न ही फोन करना पड़ रहा है और सामान्य परिस्थिति में न ही इलाज के लिए अस्पताल जाना पड़ा है।

कोरोना की गाइडलाइन का करें पालन :
उन्होंने कहा कि जिले में अभी कोरोना के मामले कम जरूर होने लगे हैं, लेकिन गाइडलाइन का पालन करने की अभी भी जरूरत है। घर से बाहर निकलते वक्त मास्क लगाना नहीं भूलें। भीड़-भाड़ में जाने से बचें। सामाजिक दूरी का पालन करते हुए एक-दूसरे के बीच दो गज की दूरी बनाए रखें। अगर गाइडलाइन का पालन करने में परेशानी हो रही है तो घर से कम निकलें। बहुत जरूरत पड़ने पर ही बाहर जाएं। ऐसा करने से आप भी कोरोना की चपेट में आने से बचेंगे और दूसरे लोग भी संक्रमित नहीं होंगे।

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