घर-घर जाकर बच्चों को पिलाई जा रही पोलियो की खुराक

भागलपुर: जिले में पल्स पोलियो अभियान के दूसरे दिन सोमवार को स्वास्थ्यकर्मी बच्चों को घर-घर जाकर खुराक देती दिखीं।

स्वास्थ्यकर्मी घरों में जाकर बच्चों को दूर से ही पोलियो की ड्रॉप पिलाती देखी गईं। दरअसल, अभियान के दौरान कोरोना की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है।

इस वजह से बच्चे मां की गोद में ही रहते हैं। दूर से ही स्वास्थ्यकर्मी पोलियो की खुराक पिला रही हैं। इस अभियान में मुख्य रूप से एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल हैं।

साथ ही सुपरवाइजर को भी अभियान को सफल बनाने के लिए शामिल किया गया है। सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने लोगों से अपील की है कि अपने-अपने बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य दें। दो बूंद दवा बच्चों को इस रोग से दूर रखने का काम करेगा।

सतर्कता का रखा जा रहा ख्यालः

जिले के नाथनगर प्रखंड की कजरैली पंचायत की सेविका रंजना कुमारी कहती हैं कि क्षेत्र में लगातार घूमते रहने के कारण हमलोगों को पता रहता है कि किनके यहां बच्चे हैं और किनके यहां के लोगों ने कोरोना के टीके नहीं लिए हैं।

इसलिए हमलोग एक योजना बनाकर काम कर रहे हैं। किस दिन कहां जाना है, यह पहले से तय कर लिए हैं। हां, अभियान के दौरान सतर्कता का भी हमलोग ख्याल रख रहे हैं।

हमलोग तो मास्क पहने ही रहते हैं, बच्चे के परिजनों को भी मास्क पहनने के लिए कहते हैं। साथ ही सामाजिक दूरी का पालन करते हुए दो गज की दूरी बनाकर रहते हैं।

1338 ट्रांजिट टीम कर रही कामः

जिले में चल रहे पल्स पोलियो अभियान में 1338 ट्रांजिट टीम काम कर रही है। इसमें तीन सौ हेल्थ वर्कर हैं और 600 सुपरवाइजर हैं।

हेल्थ वर्कर घर-घर जाकर दवा पिलाने का काम कर रही हैं तो सुपरवाइजर इस पर नजर रखे हुए हैं। इसे लेकर सभी लोगों को प्रशिक्षण भी दिया गया है।

उन्हें प्रशिक्षण के दौरान बताया गया है कि अभियान किस तरह से चलाना है। अभियान के दौरान अगर कोई समस्या आती है तो क्या करना है, जिससे यह रुके नहीं।

साथ ही ट्रांजिट टीम द्वारा चौक-चौराहों, बस स्टैंड, रेलवे परिसर इत्यादि सार्वजनिक जगहों पर भी इस अभियान को चलाया जाएगा, ताकि कोई भी बच्चा छूटे नहीं।

टीकाकरण के लिए भी कर रही जागरूकः

इस बार चल रहे पल्स पोलियो अभियान में स्वास्थ्यकर्मी दोहरी भूमिका निभा रही हैं। वे लोग पोलियो की खुराक तो पिला ही रही हैं, साथ में लोगों को कोरोना टीकाकरण को लेकर भी जागरूक कर रही हैं।

सभी लोग अभियान के दौरान घर में सदस्यों की संख्या, कितने लोगों ने टीके लिए हैं, कितने ने नहीं लिए हैं, अगर नहीं लिए हैं तो क्या कारण है।

इन बातों का भी पता कर रही हैं। कोरोना टीका के प्रति अगर लोगों के मन में किसी तरह का भ्रम है तो उसे दूर कर टीकाकरण केंद्र तक लाने का भी काम इस बार अभियान में शामिल स्वास्थ्यकर्मी कर रही हैं।

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