मुंगेर: मुंगेर और आसपास के जिलों के किडनी मरीजों को अब डायलिसिस के लिए पटना और भागलपुर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
इन मरीजों को अब सदर अस्पताल मुंगेर में ही डायलिसिस की सुविधा मिल जाएगी। मालूम हो कि विगत 30 जून को मुंगेर के जिलाधिकारी नवीन कुमार ने सदर अस्पताल मुंगेर के महिला वार्ड के ऊपरी तल पर बने अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस पांच बेड के डायलिसिस सेंटर का उद्घाटन किया था।
बीपीएल कार्ड होल्डर किडनी मरीजों के लिए निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध होगी:
सदर अस्पताल मुंगेर के अस्पताल प्रबंधक तौसीफ हसनैन ने बताया कि सदर अस्पताल के महिला वार्ड के ऊपरी तल पर बने अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस पांच बेड के डायलिसिस सेंटर में बीपीएल कार्ड होल्डर किडनी मरीजों के लिए निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध होगी।
वहीं सामान्य किडनी के मरीजों को प्रति डायलिसिस 1720 रुपये की मामूली फीस देनी होगी।
किस प्रकार के किडनी मरीजों को होती है डायलिसिस की आवश्यकता ?
उन्होंने बताया कि वैसे किडनी के मरीज जिनका किडनी फैल्योर हो गया है या जिनका किडनी काम नहीं कर रहा हो वैसे मरीजों को डायलिसिस की आवश्यकता होती है।
किडनी मरीजों का इलाज कर रहे नेफ्रोलॉजिस्ट या एमडी नेफ्रोलॉजिस्ट मरीज की डायग्नोस करने के बाद आवश्यकता पड़ने पर डायलिसिस प्रेसक्राइब्ड करते हैं। उन्होंने बताया कि अभिनंदन मिश्रा मुंगेर डायलिसिस सेंटर के सेंटर इंचार्ज बनाए गए हैं।
मुंगेर सदर अस्पताल में कराया जा रहा है सेंटल डायग्नोसिस सेंटर का निर्माण:
अस्पताल प्रबंधक तौसीफ हसनैन ने बताया कि अभी मरीजों को अलग- अलग जांच के लिए सदर अस्पताल के अलग- अलग कोने का चक्कर काटना पड़ता है।
मरीजों को इस परेशानी से बचाने के लिए सदर अस्पताल में सेंट्रल डायग्नोसिस सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है। इससे मरीजों और उसके परिजनों को समय के बचत के साथ ही एक छत के नीचे ही सभी डायग्नोसिस की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में ब्लड टेस्ट, एक्स रे, अल्ट्रासाउंड, सिटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध है लेकिन अभी अलग- अलग जांच के लिए अलग- अलग बिल्डिंग में जाना पड़ता है।
एक ही जगह ये सारी सुविधाएं उपलब्ध होने के बाद मरीजों को इधर- उधर भटकना नहीं पड़ेगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही सदर अस्पताल में पेइंग वार्ड के भवन से लेकर पश्चिम में मुख्य सड़क तक एक बिल्डिंग बनने वाली है।
बीएमएसआईसीएल से इसके लिए स्वीकृति भी मिल चुकी है। इसी नई बिल्डिंग में सेंट्रल डायग्नोसिस की सुविधा उपलब्ध होगी है। इसके बाद मरीजों को इधर- उधर भटकना नहीं पड़ेगा।