- जिला वेक्टर जनित-रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने पत्र जारी कर सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिए निर्देश
- नियमित तौर पर चलेगा एमडीए अभियान, घर-घर जाकर लोगों को खिलाई जाएगी अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा
खगड़िया-
फाइलेरिया उन्मूलन को एमडीए (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) अभियान को सफल बनाने के लिए मंगलवार से जिले में पुनः पूर्ववत एमडीए अभियान का सेकेंड राउंड शुरू होगा। जिसको लेकर जिला वेक्टर जनित-रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने पत्र जारी कर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए हैं। ताकि शत-प्रतिशत लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा खिलाई जा सके और अभियान सफल हो सके। वहीं, जिला वेक्टर जनित-रोग नियंत्रण पदाधिकारी (डीएमओ) ने बताया, पूर्व की भाँति ही तय मानकों के अनुसार सुपरवाइजर के नेतृत्व में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर दवाई खिलाई जाएगी। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का भी ख्याल रखा जाएगा। वहीं, उन्होंने बताया, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को संध्याकालीन समीक्षात्मक बैठक कर दैनिक प्रतिवेदन भी प्रतिदिन भेजने का निर्देश दिया गया है।
- पल्स पोलियो अभियान के कारण एमडीए अभियान को किया गया था स्थगित :
डीभीबीडीसी बबलू सहनी ने बताया, 24 सितंबर से 04 अक्टूबर तक जिले में पल्स पोलियो अभियान का आयोजन सुनिश्चित हुआ था। जिसके कारण एमडीए अभियान स्थगित किया गया था। जिसका कल यानी 05 अक्टूबर से पुनः पूर्ववत शुभारंभ हो जाएगा। वहीं, उन्होंने बताया, फाइलेरिया जैसी गंभीर से लोगों को स्थाई निजात दिलाने को लेकर शत-प्रतिशत लोगों को दवाई का सेवन कराने की पहल की जा रही है। ताकि एक भी व्यक्ति दवाई खाने से वंचित नहीं रहें और सामुदायिक स्तर पर लोग इस बीमारी से खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें । इसको लेकर गृह भेंट की तर्ज पर आशा कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर लोगों को खुद के सामने अल्बेंडाजोल एवं डीईसी की दवाएं खिलाई जा रही है। उन्होंने कहा, इस गंभीर बीमारी से बचाव के लिए अल्बेंडाजोल व डीईसी की दवा का सेवन बहुत जरूरी है। इसलिए, मैं तमाम जिले वासियों से अपील करता हूँ कि निश्चित रूप से पूरी तरह निःसंकोच होकर दवा खिलाने वाली टीम के सामने दवा का सेवन करें। - निर्धारित डोज के अनुसार खिलाई जा रही है दवा :
भीडीसीओ मो0 शहनवाज ने बताया, सभी आयु वर्ग के लोगों निर्धारित डोज के अनुसार दवाई खिलाई जा रही है। जिसमें 2 से 5 साल तक के बच्चों को 100 मिलीग्राम की डीईसी एवं 400 मिलीग्राम की अल्बेंडाजोल की एक-एक गोली, 6 से 14 साल तक के किशोरों को डीईसी की दो एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को डीईसी की तीन गोलियां एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जा रही है। - फाइलेरिया क्या है ?
- फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है।
- किसी भी उम्र के व्यक्ति फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है।
- फाइलेरिया के लक्षण हाथ और पैर में सूजन (हाँथीपाँव) व हाईड्रोसिल (अण्डकोष में सूजन) है।
- किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के पश्चात बीमारी होने में 05 से 15 वर्ष लग सकते हैं।
- इन बातों का रखें ख्याल :
- भूखे पेट दवा नहीं खिलानी है।
- किसी के बदले किसी अन्य को दवा ना दें और स्वास्थ्य कर्मी के सामने दवा खाएं।
- गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलानी है।
- 02 वर्ष छोटे बच्चे को दवा नहीं खिलानी है।
- गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को भी दवा नहीं खिलानी है।
- फाइलेरिया से बचाव के उपाय :
- सोने के समय मच्छरदानी का निश्चित रूप से प्रयोग करें।
- घर के आसपास गंदा पानी जमा नहीं होने दें।
- एल्बेंडाजोल व डीईसी दवा का निश्चित रूप से सेवन करें।
- साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।