- खगड़िया के सुरेन्द्र प्रसाद का चयनित ग्लोकल अस्पताल में हुआ समुचित इलाज
- समुचित इलाज होने की उम्मीद छोड़ चुके सुरेन्द्र अब पूरी तरह हैं स्वस्थ
बेगूसराय, 02नवंबर
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जरूरतमंदों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। जिले में इस योजना के कार्डधारियों को समुचित और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल रहा है। ताकि पैसे के अभाव में कोई समुचित इलाज से वंचित नहीं रह सके और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। एक ऐसी ही कहानी खगड़िया के मुरकाही निवासी सुरेन्द्र प्रसाद की है। जो पैसे के अभाव में इलाज और स्वस्थ्य होने की उम्मीद छोड़ चुके थे। किन्तु, आयुष्मान योजना से सुरेन्द्र को ना सिर्फ निःशुल्क समुचित इलाज हुआ बल्कि, इलाज के दौरान बेहतर स्वास्थ्य सेवा का लाभ भी मिला। सुरेन्द्र का इलाज स्वास्थ्य विभाग द्वारा चयनित ग्लोकल अस्पताल बेगूसराय में हुआ और अब वह पूरी तरह स्वस्थ भी हैं। बताते चलें कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत पूरे भारतवर्ष में बीपीएल परिवारों के लोगों को गंभीर बीमारी से बचाने के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत देश के सभी अस्पतालों एवं कुछ चिह्नित निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड धारियों के निःशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध है।
- सड़क दुर्घटना के शिकार सुरेन्द्र इलाज की छोड़ चुके थे उम्मीद :
आयुष्मान भारत योजना के डीपीसी प्रभात कुमार ने बताया, एक वर्ष पहले घर से बाइक पर सवार होकर खगड़िया जाने के क्रम में सुरेन्द्र प्रसाद सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए थे। जिसमें उनके घुटने में काफी चोटें आई थी। किन्तु, उस वक्त उनका समुचित इलाज नहीं हो पाया था। जिसके कारण दिनोंदिन उनकी परेशानियाँ बढ़ती ही गई। जिसके बाद उन्होंने स्थानीय चिकित्सकों से दिखाया। किन्तु, चिकित्सकों ने पटना जाने की सलाह दी। पटना जाने के लिए रुपये का प्रबंध सबसे बड़ी समस्या के रूप में उभर कर सामने आई। जिसके बाद सुरेन्द्र अपने परिवारों, रिश्तेदारों एवं दोस्तों से रुपये के प्रबंध कराने की सहयोग माँगने लगे। इसी दौरान उन्हें आयुष्मान भारत योजना की जानकारी मिली। जिसके बाद उन्होंने पहले कार्ड बनवाया, फिर उनका इलाज हुआ। - गरीबों के लिए संजीवनी है आयुष्मान भारत योजना :
आयुष्मान भारत योजना को जिले में तकनीकी सहयोग दे रहे आद्री के प्रोजेक्ट मैनेजर इन्द्रजीत गोस्वामी एवं बेंकरेश पाण्डेय ने बताया, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना गरीबों के लिए संजीवनी है। सुरेन्द्र की कहानी एक उदाहरण है। इस योजना के सहयोग से बड़ी संख्या में ऐसे गरीबों को नई स्वस्थ्य जिंदगी मिल चुकी है, जो आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण इलाज की उम्मीद के साथ-साथ जिंदगी जीने की भी उम्मीद छोड़ चुका था। - आयुष्मान भारत योजना से मिली नई जिंदगी :
सुरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि मुझे तीन पुत्र और तीन पुत्री हैं। पूरे परिवार की परवरिश का दूध व्यवसाय ही एकमात्र सहारा है, जो गुणवत्तापूर्ण परवरिश के लिए नाकाफी है। ऐसे में इलाज कराना संभव नहीं था। जिसके कारण अपने परिवारों, रिश्तेदारों एवं दोस्तों के यहाँ कर्ज ढूँढना शुरू किया। किन्तु, इसी दौरान मुझे आयुष्मान भारत योजना के तहत बनने वाली आयुष्मान कार्ड की जानकारी मिली। जिसके बाद तुरंत मैं कार्ड बनवाया, जो मेरी संजीवनी साबित हुई। यही नहीं, यह योजना के सहयोग से मुझे नई जिंदगी जीने का भी अवसर मिला। इसके लिए मैं सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ ग्लोकल अस्पताल की पूरी टीम का शुक्रगुजार हूँ। वहीं, उन्होंने बताया, यह योजना गरीबों के लिए संजीवनी है।