- सदर अस्पताल परिसर स्थित एएनएम स्कूल सभागार में उन्मुखीकरण कार्यक्रम, -प्रशिक्षकों ने दी हाई रिस्क प्रेग्नेंसी सहित अन्य तकनीकी जानकारी
- एएनसी जांच के दौरान हाई रिस्क प्रेग्नेंसी और सीवियर एनीमिक वाली गर्भवती महिलाओं को प्रत्येक महीने की 21 तारीख को किया जाएगा स्पेशल केयर
मुंगेर 15 दिसम्बर। जिला के सभी अस्पतालों और सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य संस्थानों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के अन्तर्गत प्रत्येक महीने होने वाले एंटी नेंटल केयर टेस्ट (एएनसी) जांच के दौरान हाई रिस्क प्रेग्नेंसी (एचआरपी), एचबी %, एचआईवी ,सिम्फिल्स, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज आदि के परीक्षण को गुणवत्तापूर्ण बनाने को ले सदर अस्पताल परिसर स्थित एएनएम स्कूल सभागार में एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। उन्मुखीकरण कार्यशाला में हिस्सा लेने के लिए जिला के सभी अस्पताल, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत एएनएम, ब्लॉक कम्युनिटी मैनेजर और लैब टेक्नीशियन को बुलाया गया था।
उन्मुखीकरण कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला कार्यक्रम प्रबंधक नसीम रजि ने बताया कि जिला के सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थानों में प्रत्येक महीने की 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं का एंटी नेंटल केयर टेस्ट (एएनसी) टेस्ट किया जाता है। इस दौरान सभी गर्भवती महिलाओं का ब्लड प्रेशर, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी टेस्ट, डायबिटीज, एचआईवी, ब्लड एनियमिक टेस्ट, सिम्फिल्स टेस्ट सहित कई टेस्ट किए जाते हैं । ताकि पता लगाया जा सके कि किसी गर्भवती महिला में हाई रिस्क प्रेग्नेंसी या सीवियर एनीमिक का केस तो नहीं है । यदि एनीमिक लेवल 7 या उससे कम होता है तो उसे सीवियर एनीमिक केस में रखा जाता है। आज के उन्मुखीकरण कार्यशाला में शामिल एएनएम, बीसीएम और लैब टेक्नीशियन को एएनसी जांच को गुणवत्ता पूर्ण बनाने को ले विशेषज्ञ के द्वारा तकनीकी जानकारी दी जा रही है ताकि इस तरह का केस होने पर प्रत्येक महीने की 21 तारीख को इन सभी गर्भवती महिलाओं को बुलाकर उनका स्पेशल केयर करते हुए उनका ख्याल रखा जा सके ।ताकि आने वाली परेशानी से समय रहते हाई रिस्क प्रेग्नेंसी के दौरान माता और नवजात शिशु दोनों को सुरक्षित बचाया जा सके ।
उन्मुखीकरण कार्यशाला के दौरान प्रशिक्षक के तौर पर मौजूद सदर अस्पताल मुंगेर में कार्यरत एनसीडी इंचार्ज सबा नाज़, आईसीटीसी इंचार्ज राजेश विश्वकर्मा और लेबर रूम इंचार्ज सिस्टर नीतू ने एएनसी जांच के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों सहित तमाम तरह की तकनीकी जानकारियों से उपस्थित सभी एएनएम, बीसीएम और लैब टेक्नीशियन को अवगत कराया ताकि सही समय पर सही जांच रिपोर्ट मिलने के बाद गर्भवती महिलाओं को उसके अनुसार से देखभाल किया जा सके और हाई रिस्क प्रेग्नेंसी के दौरान भी सुरक्षित संस्थागत प्रसव को संभव बनाया जा सके। उन्होंने मैटरनल और चाइल्ड डेथ के रेट को कम से कमतर करने को ले सही एएनसी जांच को सबसे महत्वपूर्ण बताया ताकि गर्भावस्था की गंभीर जटिलताओं को समय रहते दूर करते हुए माता और शिशु कि प्राणों की रक्षा की जा सके।
इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला योजना समन्वयक विकास कुमार, जिला आरबीएसके समन्वयक डॉ. बिंदु, जिला टीबी/एचआईवी समन्वयक शैलेन्दु कुमार सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।