– सीएचसी प्रभारी ने गुणवत्ता यकीन समिति की बैठक में कर्मियों को दिए निर्देश – बैठक में स्वास्थ्य विभाग और केयर इंडिया के कर्मी हुए शामिल खगड़िया, 09 फरवरीजिले के चौथम सीएचसी में प्रसूति महिलाओं को मिलने वाली सुविधाएं और सुदृढ़ होगी। साथ ही सीएचसी स्तर पर लोगों को मिलने वाली अन्य तमाम सुविधाओं में भी सकारात्मक बदलाव होगा। इसको लेकर मंगलवार की शाम सीएचसी परिसर में गुणवत्ता यकीन समिति की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें पीएचसी के सभी चिकित्सक, पदाधिकारी, कर्मी के साथ-साथ केयर इंडिया के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ अनिल कुमार एवं संचालन प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक विजय कुमार ने किया। बैठक के दौरान प्रसव कक्ष में उपलब्ध सुविधाओं को विस्तार कर सुदृढ़ बनाने पर बल दिया गया। इसे सुनिश्चित करने को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने एक-एक कर्मियों से फीडबैक ली। जिसके बाद आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस मौके पर केयर इंडिया के डीटीओ-ऑन चंदन कुमार समेत लेबर इंचार्ज और सीएचसी के सभी पदाधिकारी और कर्मी मौजूद थे। – प्रसूति महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को सरकार द्वारा चलाई जा रही है विभिन्न योजना : सीएचसी प्रभारी डाॅ अनिल कुमार ने बताया सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसव के लिए आने वाली प्रसूति महिलाओं को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवा सुविधाजनक तरीके से उपलब्ध कराने को लेकर सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। ताकि सरकारी स्वास्थ्य में प्रसूति को सुविधाजनक तरीके से समुचित स्वास्थ्य सेवा मिल सके और लाभार्थी संस्थागत प्रसव को ही प्राथमिकता दें। इससे ना सिर्फ संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिलेगा बल्कि, सुरक्षित और सामान्य प्रसव को भी बढ़ावा मिलेगा। जिससे मातृ-शिशु मृत्यु दर पर विराम सुनिश्चित होगा। क्योंकि, सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सुरक्षा के हर मानकों के पालन के साथ प्रशिक्षित एएनएम द्वारा चिकित्सकों की मौजूदगी में प्रसव करायी जाती है। – संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं को जागरूक करने पर भी दिया गया बल : केयर इंडिया के डीटीओ-ऑन चंदन कुमार ने बताया, बैठक के दौरान प्रसव कक्ष की सुविधा को और बेहतर बनाने, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने समेत अन्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने पर भी बल दिया गया। जिसमें मौजूद कर्मियों को गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए जागरूक करने एवं प्रसव के लिए सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आने वाली प्रसूति महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने समेत अन्य आवश्यक निर्देश दिए गए। साथ ही अन्य सुविधाओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई। जिसके बाद आवश्यक निर्देश दिए गए।