रूस ने इस्तांबुल में एक बैठक में कहा है कि वह हमलों की संख्या को कम करेगा। इस बीच यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा ने कहा है कि रूसी हमले के बीच उनके देश में बर्बादी हो रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मध्यस्थता की मांग की है।
उन्होंने कहा कि हमने रूस को कुछ अच्छे प्रस्ताव दिए हैं लेकिन स्तिथि को सामान्य बनाने की जरूरत है। जमीन पर जो हो रहा है वह बातचीत को तोड़ रहा है। कीव और चेर्निहाइव से रूसी सैनिकों की कोई महत्वपूर्ण वापसी नहीं हुई है।
रूस अपनी योजना छुपा रहा है। उसकी सेना देश के पूर्वी हिस्से में हमले की योजना बना रही है। हमने किसी पर हमला नहीं किया। हमें उम्मीद थी कि युद्ध जल्द खत्म हो जाएगा लेकिन हम गलत थे।
यूक्रेन में रूसी हमलों में सैकड़ों महिलाएं और बच्चे मारे गए हैं। हम युद्ध खत्म करना चाहते हैं और नहीं चाहते कि कोई भी इस युद्ध में मारा जाए। मैं अपने दिवंगत भारतीय छात्रों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।
यह सच है कि भारत संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है लेकिन दुनिया में केवल एक ही व्यक्ति है जो युद्ध चाहता है और वह है व्लादिमीर पुतिन।
यूक्रेन तब तक भारतीयों का घर रहा जब तक रूस ने अपने टैंक और विमानों के साथ यूक्रेन में प्रवेश नहीं किया। हम चाहते हैं कि छात्र वापस आएं। राष्ट्रपति पुतिन रूस में एकमात्र निर्णय निर्माता हैं, इसलिए युद्ध को समाप्त करने के लिए आपको उनसे सीधे बात करने की आवश्यकता है।