मार्च महीने में 1908 के बाद सबसे अधिक तापमान

अप्रैल का पूरा महीना शुष्क रहने की संभावना है, मार्च में तापमान औसत से 1.4 डिग्री अधिक था, वर्ष 1908 के बाद मार्च में तापमान 44 डिग्री के करीब पहुंचा है। इस साल पूरे देश में पहले से ही तापमान बढ़ने के साथ ही गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है।

उत्तर और मध्य भारत को फिलहाल गर्मी से कोई राहत मिलने की संभावना नहीं है। अप्रैल का पूरा महीना शुष्क रहने की संभावना है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में अप्रैल के पहले सप्ताह में लू का अनुभव होगा।

राजधानी दिल्ली में छह से सात अप्रैल के बीच तापमान 40 से 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। वहीं गर्म हवा यानि लू भी लोगों को परेशान करेगी। मौसम विभाग ने कहा कि इस साल देश में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।

मौसम विभाग ने कहा कि अगले दो से चार दिनों तक जम्मू, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, झारखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है. हालांकि, मौसम विभाग ने अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में एक ही समय में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है।

SHARE