मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त आदेश दिया है कि मंदिर हो या मस्जिद, तय शोर सीमा से ज्यादा लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। इस आदेश का उल्लंघन होने पर लाउडस्पीकरों को हटा देना चाहिए।
नियम तोड़ने वालों के यहां से लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश में लगभग 15,000 स्थानों पर लाउडस्पीकर कम कर दिए गए हैं। लोगों ने आगे बढ़कर इस आदेश का पालन किया है।
हालांकि पुलिस की ओर से लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर नोटिस भी भेजा गया था। सरकार की कार्यवाही के दौरान 12 स्थानों पर लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया है क्योंकि उन्होंने आदेश के बावजूद नियमों का उल्लंघन किया है। पुलिस अधिकारियों द्वारा लाउडस्पीकरों के प्रयोग पर राज्य उच्च न्यायालय द्वारा जारी आदेश को लागू किया जा रहा है।
देश में सांप्रदायिकता का उदाहरण देते हुए हाल ही में भगवान कृष्ण के जन्मस्थान से लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया था।
मंदिर परिसर में स्थित भागवत भवन के ऊपर से लाउडस्पीकर उतारे गए। हर सुबह इस लाउडस्पीकर पर मंगलाचरण और विष्णु सहस्रनाम बजाया जाता था। गोरखनाथ मंदिर में लाउडस्पीकर का शोर भी कम किया गया है। योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया कि धार्मिक कार्यों और जुलूसों के लिए अनुमति लेना अनिवार्य है।