चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने जन सूराज प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। बिहार में 4000 किमी की यात्रा करेंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने अभी तक कोई राजनीतिक दल नहीं बनाया है, लेकिन तीन-चार महीने की पैदल यात्रा के बाद लोगों की राय के मुताबिक फैसला लिया जाएगा। प्रशांत किशोर इस यात्रा की शुरुआत बिहार में गांधी जयंती के दिन करेंग।
महात्मा गांधी से प्रेरित होकर उन्होंने इसी मंच के बैनर तले चंपारण से गांधी जयंती पदयात्रा शुरू करने की घोषणा की है। मंच पर गांधीजी की तस्वीर नजर आई। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के सर्वांगीण विकास की इच्छा से 12 हजार लोगों ने उनसे संपर्क किया है। यात्रा शुरू होने से पहले इसके 15,000 लोगों से मिलने की उम्मीद है।
यह पूछे जाने पर कि क्या यह एक राजनीतिक दल की घोषणा की है, प्रशांत किशोर ने कहा कि यह वर्तमान में एक जनसंपर्क मंच है। लोगों से संपर्क करने के बाद लोग जो कहेंगे उसके अनुसार अगला निर्णय लिया जाएगा। यह स्पष्ट करते हुए कि एक राजनीतिक दल नहीं बनाया गया है, प्रशांत ने एक राजनीतिक दल की संभावना भी व्यक्त की।
इससे पहले, प्रशांत किशोर ने “बात बिहार की” नामक एक जनसंपर्क यात्रा की घोषणा की थी। इस संबंध में पीके ने कहा कि यह कोरोना के कारण जनसंपर्क नहीं हुआ। अब इसी काम को आगे बढ़ाया जाएगा।
बिहार जैसा राज्य विकसित नहीं हुआ है। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने पहले लालू और नीतीश के लिए क्यों काम किया, अब प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्हें लालू-नीतीश के नेतृत्व पर भरोसा है। लोगों को सुशासन की उम्मीद थी, लेकिन बिहार में कुछ नहीं बदला, अब यह बिहार को बदलने की कोशिश है।