अफगानिस्तान से अमरीकी हथियार जम्मू-कश्मीर में आतंकियों तक पहुंचे

उत्तरी कमान के कमांडर उपेंद्र द्विवेदी ने दावा किया कि अफ़ग़ानिस्तान से वापस लौटते समय अमेरिकी सैनिकों द्वारा छोड़े गए हथियार और उपकरण अब जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के हाथों में आ गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि पीओके में 3 बड़े और 5 छोटे आतंकी कैंप सक्रिय हैं।

उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ भारतीय सेना के कुछ हालिया अभियानों में एम-4 राइफलें मिली हैं, जो अमेरिका में बनी हैं। हमारे पास कुछ नाइट विजन डिवाइस भी हैं, जो यूके में बने हैं और चीन में बने हैं।

इसका मतलब है कि कुछ अमेरिकी उपकरण अफगानिस्तान से आए हैं। आतंकवादियों को इसका इस्तेमाल करने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि उपकरण वहां न पहुंचें जहां आतंकवादी हैं और आतंकवादी वहां नहीं पहुंचें जहां उपकरण हैं और हमें इन प्रयासों में सफलता मिली है।

उन्होंने कहा, “सीमा पार किसी भी घुसपैठ को रोकने के लिए हमारा घुसपैठ रोधी ग्रिड मजबूत है।” फिलहाल पीओके में करीब 3 बड़े और 3 छोटे आतंकी कैंप सक्रिय हैं। कई अस्थायी लॉन्च पैड भी हैं। हालांकि जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से घुसपैठ में उल्लेखनीय कमी आई है, फिर भी 200 आतंकवादी पाकिस्तान से भारत में सीमा पार करने की कोशिश कर रहे हैं।

फिलहाल कश्मीर घाटी में 40-50 स्थानीय आतंकवादी ही हो सकते हैं। विदेशी आतंकियों की संख्या के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। लेकिन पिछले 10-11 महीनों में हमने 21 विदेशी आतंकियों को मार गिराया है.

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