रामदेवरा क्षेत्र में दो दशक से लगातार गिरते जल स्तर से जहां पानी की कमी हो रही है। वहीं चारे का उत्पादन बहुत कम होने से चारे के भाव आसमान छू लगे है। जिससे किसानों व पशुपालकों के सामने पशुओं को रखने की भीषण समस्या उत्पन्न हो गई है।
यदि चारे के भाव इसी तरह बढ़ते रहे तो किसान व पशुपालक अपने पशुओं को छोडऩे के विवश होना पड़ेगा। क्षेत्र में जहां गत वर्ष चारे का भाव 500 से 800 रुपए प्रति क्विटल थे। वहीं इस समय चारा 1000 से 1400 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से बिक रहा है।
क्षेत्र में चारे की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है और पशुपालकों और किसानों को चारे के लिए काफी परेशान होना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि राम के रूठने के साथ-साथ राज भी रूठता जा रहा है।
क्षेत्र में करीब 5 हजार गाय है।क्षेत्र में विभिन्न जगहों पर गायों के झुण्ड इधर-उधर चारे के लिए भटकते दिखाई देते है। चारे के भाव आसमान छूने से पशुपालक भी पशुधन बहुत कम ध्यान देते है जिससे क्षेत्र में गायों की सबसे अधिक दुर्दशा हो रही है।