मनरेगा घोटाले में आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों का सामना कर रही झारखंड की खान एवं उद्योग सचिव पूजा सिंघल को ईडी की टीम ने मंगलवार को पूजा सिंघल से 9 घंटे पूछताछ की और बुधवार को 7 घंटे की पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया।
उधर, ईडी की टीम ने एक बार फिर पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक को पूछताछ के लिए रांची स्थित ईडी कार्यालय तलब किया। मनरेगा के फंड से 15 करोड़ रुपये के गबन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत खूंटी जिले में छापेमारी की गई थी।
छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये जब्त किए गए हैं। रांची में चार्टर्ड अकाउंटेंट के कार्यालय से 12 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए हैं। ईडी के अधिकारियों को जब्त की गई नकदी की गणना के लिए नोट गिनने की मशीन बुलानी पड़ी। नोटों की मात्रा इतनी अधिक थी कि नोट गिनने की मशीनें भी गर्म हो गईं।
रांची में अन्य जगहों से भी नकदी जब्त की गई। ईडी के अधिकारियों के मुताबिक प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, पंजाब और कुछ अन्य राज्यों में कुल 17 छापेमारी की गई है।
पूजा सिंघल के पास है 300 करोड़ रुपये की संपत्ति है। सिंघल 2000 साल की बेंच के आईएएस अधिकारी हैं और पहले उन्हें खूंटी जिले में डिप्टी कमिश्नर के रूप में नियुक्त किया गया था। इस संबंध में रांची के एक अस्पताल में भी छापेमारी की गई है। छापेमारी के दौरान ईडी अधिकारियों के साथ सीआरपीएफ की एक टीम भी मौजूद थी।