उत्तर प्रदेश के सभी मदरसों में राष्ट्रगान अनिवार्य : शिक्षा बोर्ड का फैसला

उत्तर प्रदेश के सभी मदरसों में राष्ट्रगान अनिवार्य हो गया है। मदरसा शिक्षा बोर्ड के रजिस्ट्रार ने सभी अधिकारियों को सर्कुलर भेजा है। यह फैसला नौ मार्च को मदरसा शिक्षा बोर्ड की बैठक में लिया गया। छुट्टियों के बाद शुरू होने वाले सभी मदरसों में राष्ट्रगान अनिवार्य होगा।

नमाज से पहले अब सभी मदरसों में राष्ट्रगान गाया जाएगा। अल्पसंख्यक मंत्री धर्मपाल सिंह ने पिछले महीने कहा था कि मदरसों में अब राष्ट्रगान अनिवार्य होगा। सभी पंजीकृत मदरसों में चाहे सरकारी अनुदान से चलाया जा रहा हो, संगठनों के सहयोग से राष्ट्रगान गाना अनिवार्य होगा।

मदरसा शिक्षा बोर्ड के रजिस्ट्रार एसएन पांडेय ने सभी अल्पसंख्यक मामलों के अधिकारियों और मदरसों को सर्कुलर भेजा है। रमजान की छुट्टी के बाद खुलने वाले सभी मदरसों पर नया नियम लागू होगा। अधिसूचना के मुताबिक 8 मार्च को मदरसा शिक्षा बोर्ड की बैठक हुई थी। उस समय मदरसों में राष्ट्रगान के गायन को अनिवार्य करने का निर्णय लिया गया था।

इस फैसले का भाजपा नेता मोहसिन रजा, यूपी सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड, मुस्लिम वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने स्वागत किया। मुस्लिम नेता ने कहा कि यह फैसला बच्चों में देशभक्ति की भावना जगाएगा। देश के प्रति प्रेम बढ़ेगा। अनुशासन बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में लिया गया यह सही फैसला है।

शिक्षक संघ मदरसा अरब के महासचिव दीवान साहिब जमां खान ने कहा कि उत्तर प्रदेश के कई मदरसों में नमाज के दौरान राष्ट्रगान गाया गया। विशेष रूप से, हमद (अल्लाह के लिए) और सलाम (पैगंबर के लिए) कक्षाओं के शुरू होने से पहले राष्ट्रगान गाया जाता था, लेकिन जैसे ही यह अनिवार्य हो गया, राष्ट्रगान अब राज्य के सभी मदरसों में हर दिन गूंजेगा।

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