महाराष्ट्र में सीएम उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे के बीच तनातनी बढ़ती ही जा रही है।
आज पुणे में एक बैठक में राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे को आड़े हाथ लिया और कहा, ”उद्धव ठाकरे किस तरह के हिंदुत्व की बात कर रहे हैं ? संभाजी नगर के मुद्दे पर उनका क्या तर्क है और वह कैसे बात कर रहे हैं? उद्धव ठाकरे महात्मा गांधी हैं ? सरदार पटेल है ?
इससे पहले उद्धव ठाकरे ने अपनी बैठक में कहा था कि संभाजी नागर का नाम लेने की जरूरत नहीं है।
इस संदर्भ में राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा और साथ ही कहा कि अगर उद्धव ठाकरे कहते हैं कि मेरा हिंदुत्व सच है तो इस तरह का बयान बहुत बचकाना है। आप कोई वाशिंग पाउडर नहीं बेच रहे हैं, मेरा कहना है कि यह कमीज मेरी तुलना में सफेद है। सच तो यह है कि सच्चा हिंदुत्व वही है जिसका परिणाम लोगों को दिखाई दे।
ठाकरे ने कहा, “जब से मैंने शुरुआत की है तब से एक भी आंदोलन नहीं छोड़ा है।” राज्य में मैंने टोल नाका के खिलाफ आंदोलन शुरू किया और 64 टोल प्लाजा को बंद कर दिया। आदित्य ठाकरे का कहना है कि अगर बाला साहब जीवित होते तो उन्हें महाविकास अघाड़ी की सरकार देखकर खुशी होती लेकिन सच्चाई यह है कि शिवसेना को इस बात का अंदाजा नहीं है कि बाला साहब की प्रतिष्ठा बर्बाद हो रही है।