– स्वास्थ्य और कोविड दोनों क्षेत्रों में पूरी मुस्तैदी के साथ कर रही अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन
– पीएचसी आने वाली सभी प्रसूताओं को परिवार के सदस्य समझ उपलब्ध करा रही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा
खगड़िया, 24 मई-
चिकित्सा व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कही जाने वाली एएनएम (नर्स) के बिना चिकित्सकीय व्यवस्था संभाल पाना मुश्किल है। वैसे तो शुरू ही एएनएम की जिम्मेदारी चुनौतीपूर्ण रही है। किन्तु, वर्ष 2020 में शुरू हुए कोविड के दौर से जिले में तैनात तमाम एएनएम की जिम्मेदारी और बढ़ गई तथा कार्य भी काफी चुनौतीपूर्ण हो गया। इस दौरान एएनएम को तमाम चुनौतियों और कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ा। किन्तु, इन चुनौतियों और कठिनाइयों को दरकिनार कर जिले की एएनएम सकारात्मक उम्मीद के साथ अपने कर्तव्य पथ पर पूरी मुस्तैदी के साथ अग्रसर हैं। ताकि लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा सके और लोग स्वास्थ्य सुविधा से वंचित नहीं रहें। ऐसे ही कर्मियों में परबत्ता सीएचसी की एएनएम कुमारी अंजना का नाम जिले में शुमार है। अंजना, यूँ तो परबत्ता सीएचसी के अधीनस्थ सिराजपुर गाँव में संचालित स्वास्थ्य उपकेंद्र में तैनात है। किन्तु, ये अपने कार्य क्षेत्र के साथ-साथ सीएचसी मुख्यालय में प्रसव कक्ष में अनवरत सेवा दे रही है। इसके अलावा अपने क्षेत्र में कोविड वैक्सीनेशन और नियमित टीकाकरण में भी लगातार कार्य कर रही है। वह अपने कर्तव्य पथ पर बगैर थकी लोगों को लगातार बेहतर स्वास्थ्य सेवा दे रही है। इतना ही नहीं, वैक्सीनेशन के साथ-साथ लोगों को वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित भी कर रही हैं। इसके लिए वह समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँच कर लोगों को वैक्सीन की सही जानकारी, वैक्सीन लेने के फायदे समेत अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारियाँ भी दे रहीं हैं। ताकि लोग अफवाहों से बाहर आकर वैक्सीन लें और जल्द से जल्द शत-प्रतिशत योग्य लाभार्थियों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित हो सके। – मुश्किल वक्त में सकारात्मक परिणाम की उम्मीद के साथ कर्तव्य पथ पर डटी रही : एएनएम अंजना बताती हैं कोविड के शुरुआती दौर में वक्त जरूर मुश्किल से भरा था, पर मेरी जिम्मेदारी बड़ी थी। इसलिए, सकारात्मक परिणाम की उम्मीद के साथ अपने कर्तव्य पथ पर डटी रही । इस दौरान तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ा। दरअसल, जिले में वैक्सीनेशन अभियान के साथ अफवाहों का भी दौर शुरू हो गया था, जो ना सिर्फ मेरे लिए बल्कि पूरे सिस्टम के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों के रूप उभर कर सामने आया। किन्तु, तमाम स्वास्थ्य कर्मी इसे चुनौती नहीं, बल्कि अवसर समझकर अपने कर्तव्य पथ पर डटे रहे। जिसका परिणाम यह रहा कि लोगों में वैक्सीन के प्रति विश्वास बढ़ा और अब लोग खुद वैक्सीन लेने के प्रति आगे आने लगे हैं। इससे ना सिर्फ वैक्सीनेशन अभियान को गति मिली, बल्कि लोगों के सकारात्मक सहयोग से अफवाहों को भी मात मिली। – प्रसूति महिलाओं को परिवार के सदस्य समझ दे रही बेहतर स्वास्थ्य सेवा : परबत्ता सीएचसी प्रभारी डाॅ राजीव रंजन ने बताया, एएनएम कुमारी अंजना अपने कार्य क्षेत्र के साथ सीएचसी के प्रसव कक्ष में बेहतर स्वास्थ्य सेवा दे रही हैं। ये प्रसव के लिए सीएचसी आने वाली सभी प्रसूताओं को अपने परिवार का सदस्य समझ सीएचसी स्तर पर मिलने वाली तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं। प्रसव के दौरान प्रसूति महिलाओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो, इस बात का विशेष ख्याल रखती है। साथ प्रसव होने के बाद प्रसूताओं को खुद और नवजात के लिए किन-किन बातों का ख्याल रखना है, खान-पान, बतरी जाने वाली सावधानियाँ, नियमित टीकाकरण समेत अन्य जानकारियाँ भी उपलब्ध कराती हैं। – पाँच हजार से अधिक लोगों का कर चुकी हैं वैक्सीनेशन : परबत्ता सीएचसी में तैनात केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक गोपाल शर्मा समेत अन्य चिकित्सकों ने बताया, अंजना हमेशा अपने कार्य के प्रति मुस्तैद और सजग रहती हैं। वह तमाम चुनौतियों के बाबजूद कभी अपने कर्तव्य पथ पर नहीं थकी और पूरी मुस्तैदी के साथ डटी रही। जिसका सकारात्मक परिणाम यह रहा कि अंजना की इस पहल का लोगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा और अफवाहों को मात मिली। वह अबतक पाँच हजार से अधिक योग्य लाभार्थियों का वैक्सीनेशन कर चुकी है । एक भी व्यक्ति वैक्सीन लेने से वंचित नहीं रहें, इसके लिए हमेशा तत्पर रहती है।