केदारनाथ में बार-बार बदलते मौसम के बीच यात्रा हुई कठिन, हाइपोथर्मिया के मामले बढ़े

केदारनाथ में बार-बार बदलता माहौल तीर्थयात्रियों के लिए मुश्किल होता जा रहा है। केदारपुरी में बारिश, भारी बारिश के साथ ही ऊंचे पहाड़ों पर हिमपात से ठंड बढ़ रही है, जिससे हाइपोथर्मिया के मामले बढ़ गए हैं। दिन और रात के तापमान में 18 से 21 डिग्री का अंतर है।

रामबाड़ा से रुद्र प्वाइंट तक पैदल मार्ग पर 4 किमी की चढ़ाई लोगों के लिए भारी होती जा रही है। द्वार खोले जाने के बाद से अब तक 71 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है, जिनमें से कई को दिल का दौरा पड़ा है।

केदारनाथ समुद्र तल से 11,750 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और तीन तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है। साथ ही गौरीकुंड की ओर का क्षेत्र संकरा और घाटी है जिसके कारण मौसम कभी भी खराब हो सकता है और कब बारिश होगी, भारी बारिश होगी या बर्फबारी होगी, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।

दर्शन के लिए कतार में खड़े श्रद्धालु बारिश के कारण भीग रहे हैं जिससे उन्हें हाइपोथर्मिया का शिकार होना पड़ रहा है। ऐसे में केदारनाथ में पिछले एक हफ्ते में हाइपोथर्मिया के मामले 30 से 35 फीसदी तक बढ़ गए हैं। कोहरे के कारण कई तीर्थयात्री सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द और चक्कर आने की शिकायत कर रहे हैं। इन समस्याओं के कारण अब तक कई तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है।

SHARE