जापान के सबसे ताकतवर नेता आबे की चीन द्वारा हत्या किए जाने का संदेह

जापान के सबसे ताकतवर नेता माने जाने वाले शिंजो आबे की सार्वजनिक हत्या ने कई सवाल खड़े किए हैं। वैश्विक रक्षा विशेषज्ञों ने उनकी हत्या के पीछे किसी विदेशी साजिश खास तौर से चीन का संदेह जताया है।

ऐसे में पहला सवाल यह है कि जापान में सबसे ताकतवर नेता होते हुए भी आबे हथियार लेकर हमलावर के इतने करीब कैसे आ गए? क्या किसी स्थानीय अधिकारी ने उसकी मदद की? शिंजो आबे अब पूर्व प्रधानमंत्री हैं।

वह अभी भी जापान के सबसे बड़े राजनीतिक दल के अध्यक्ष हैं। वे जहां भी जाएंगे उनके साथ एक बड़ा काफिला होगा, जिसमें एंबुलेंस भी शामिल है। हालांकि आबे को गोली लगने के बाद अस्पताल पहुंचने के लिए 15 मिनट तक एंबुलेंस का इंतजार करना पड़ा। एंबुलेंस के आने में इतनी देरी क्यों हुई?

चीनी सोशल मीडिया Weibo पर लोगों ने आबे की मौत का ‘जश्न’ मनाया। आबे पहले जापानी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने चीन की नीतियों का खुलकर विरोध किया।

पूर्व जापानी प्रधान मंत्री शिंजो आबे की हत्या करने वाला बंदूकधारी देसी कट्टा या तमंचा है। जापान में दुनिया के सबसे सख्त बंदूक नियंत्रण कानून है। हर कोई हथियार नहीं ले सकता। तो हमलावर ने इस देसी तमंचे को अपने घर में ही बना लिया। इसे जापान में जिपगन भी कहते हैं।

कई बार इसका इस्तेमाल करते समय यह फट जाता है। शिंजो आबे को मारने के लिए डिज़ाइन की गई जीप गन में विस्फोट करने के लिए दो धातु के पाइप, तार, एक लकड़ी के ब्लॉक, सेलोटेप और एक लिथियम बैटरी का इस्तेमाल किया गया था।

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