दिल्ली के मोती नगर थाना एरिया के बसई दारापुर में बेटी पर अभद्र टिप्पणी करने का विरोध करने पर 51 साल के ध्रुव राज त्यागी तथा उनके 19 वर्षीय बेटे अनमोल त्यागी की मोहम्मद आलम व उसके पिता जहांगीर खान के पूरे परिवार ने मिलकर निर्मम हत्या कर दी थी। परिवार की महिलाओ ने भी इस दौरान पिता को बचाने आए 19 वर्षीय पुत्र अनमोल त्यागी को भी चाकुओं से बुरी तरह घायल किया था जिनका फिलहाल इलाज चल रहा है।
तरंग न्यूज़ को पीड़ित परिवार ने बताया है कि हत्या के लिए बड़ा चाकू गिरफ्तार हुए तीन आरोपियों की मां ने दिया था। इस हत्या में चार आरोपियों को पकड़ लिया गया है। इनमें से एक पिता और उसके तीन बेटे हैं। दो नाबालिग हैं , बाकी आरोपी घर से भाग गए हैं।
मुख्य आरोपी का नाम शमसे आलम बताया जा रहा है। ध्रुव राज त्यागी के पेट, सीने, दोनों कंधों के पास और करीब 10 वार किए। मृतक बिजनेसमैन को बचाने आए उनके बेटे को भी चार-पांच जगह चाकू मारे गए हैं। वह एक प्राइवेट अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। हालत गंभीर है।
क्या हुआ था उस रात
शनिवार देर रात करीब 1 बजे ध्रुव राज त्यागी की 26 साल की बेटी को माइग्रेन का दर्द हो गया था। वह बेटी को दिखाने आचार्य भिक्षु हॉस्पिटल गए थे। वहां से आते समय उनके घर के पास चौक पर ही तीनों आरोपी लड़के और उनके दो-तीन दोस्त खड़े थे।
युवती से की गई छेड़छाड़
उन्होंने ध्रुव राज त्यागी की बेटी पर गंदा कॉमेंट पास किया। बेटी ने कॉमेंट सुन लिया, लेकिन ध्रुव राज त्यागी ने उस समय नजर अंदाज किया। मृतक ध्रुव राज त्यागी का परिवार शुरू से ही यहां रहता है। उनके पिता और दादा भी यहीं रहते थे।
ध्रुव राज त्यागी ने किया छेड़छाड़ का विरोध
ध्रुव राज त्यागी अपनी बेटी को घर छोड़कर उस चौक पर पहुंचे, जहां आरोपी खड़े थे। उन्होंने अपना स्कूटर भी वहीं छोड़ दिया था। बेटी ने समझा कि पापा भी साथ ही आ रहे हैं, लेकिन वह चौक पर चले गए। उन्होंने लड़कों से कहा कि इतनी रात को तुम लोग यहां क्या कर रहे हो ? शर्म नहीं आती, इस तरह से छेड़छाड़ करते हुए। चलो तुम्हारे मां-बाप को बताता हूं। इसी बात पर आरोपी गुस्से में आ गए।
उनमें से एक अपने घर गया और वहां से सभी को उठा लाया। फिर शमसे आलम ने अपनी मां से कहा कि घर से सामान लाओ। मां घर से चापड़ लेकर आई और उसके बाद बिजनसमैन पर ताबड़तोड़ चाकू के वार करने शुरू कर दिए गए। परिवार के अन्य लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और शमसे आलम ने उन्हें चाकू से गोद दिया। वारदात में शमसे का पिता, मां, दोनों भाई, तीन-चार बहनें, एक दामाद और अन्य लोग शामिल हैं। शोर-शराबा सुनकर गली में कुछ लोग उठ भी गए थे, जिन्होंने यह सब देखा।
इसी बीच पीड़ित की बेटी ने अपने भाई अनमोल से कहा कि पापा नहीं आए। बेटा चौक पर गया तो उसने देखा कि आरोपी पापा को चाकू मार रहे थे। वह उन्हें बचाने के लिए उनके ऊपर लेट गया। तब आरोपियों ने बेटे के भी चाकू से कई वार कर दिए। ध्रुव राज त्यागी ने सोमवार सुबह अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
दहशत ऐसी कि बचाने की हिम्मत न जुटा सके आस पास के लोग
आस पास लोगो की मानें तो आरोपित परिवार बेहद झगड़ालू व अपराधी प्रवृत्ति का है। छोटी-छोटी बात पर किसी से भी झगड़ने को तैयार हो जाते थे। इससे लोगो के बीच आरोपित परिवार की दहशत है। घटना वाले दिन भी जब आरोपित चाकू से पिता-पुत्र पर हमला कर रहे थे। उस समय कुछ स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए थे, लेकिन, उनकी डर की वजह से बीच-बचाव करने की हिम्मत नहीं जुटा सके। इस बीच एक युवक आगे बढ़ा और युवती को बचाया। इसके बाद कुछ और लोग सामने आए तब जाकर परिवार के अन्य लोगों को बचाया जा सका।
चुप क्यों है केजरीवाल सरकार ?
श्री भू त्यागी भारतीय ने सवाल किया कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार इस घटना पर चुप क्यों है ? इस घटना पर आरोपितों पर सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि आरोपित चूंकि एक विशेष समुदाय से संबंध रखते हैं इसलिए पूरी केजरीवाल सरकार इस घटना पर बोलने से कतरा रही है। अगर मरने वाला दूसरे समुदाय का होता तो अब तक केजरीवाल कम से कम १ करोड़ का मुआवजा घोषित कर चुके होते।
भू त्यागी भारतीय कहा कि दिल्ली में हो रही इस प्रकार की जघन्य घटनाओं के लिए कहीं न कहीं केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है। केजरीवाल सरकार बताए कि कहां गए उनके महिला सुरक्षा के दावे और कहां गए सीसीटीवी लगाने के वादे ? बडा मीडिया शांत, केजरीवाल को सांप सूंघ गया है। क्योकि पीड़ित परिवार सभ्य समाज का हिस्सा है ?
अगर ये उल्टा होता तो माया, मुलायम, ममता, राहुल, केजरीवाल जैसे कई नेता उस पीड़ित के घर पहुंच कर मुआवजा घोषित कर चुके होते। हो सकता है अब भी केजरीवाल सरकार व उनके साथी मुफ़्ती, ममता, माया, मुलायम, लालू , राहुल चाकू चलाने वाले हत्यारों को भटका हुआ नौजवान बताकर उन्हें बचाने की तैयारी कर रहे हो। शायद उन भटके अपराधी परिवार को मुआवजा देने की भी सोच रहे हो। केजरीवाल है तो कुछ भी हो सकता है।
दिल्ली सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति जो उदासीनता दिखा रही है उससे यह स्पष्ट है कि केजरीवाल को सिर्फ दूसरों पर दोषारोपण करना ही पसंद है। दिल्ली में महिला सुरक्षा एक गंभीर समस्या है, लेकिन दिल्ली में 15 साल सत्ता मे रहने वाली कांग्रेस हो या केजरीवाल सरकार , किसी को भी यह गंभीर समस्या नहीं लगती है।
पीड़ित परिवार को मिले मुआवजा: मनोज तिवारी
इस हत्याकांड पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि यह घटना झकझोर देने वाली है, इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी ही कम है। भाजपा इस घटना में लिप्त दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करती है। साथ ही यह मानती है कि दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द सुनवाई के लिए मामला फास्ट ट्रेक कोर्ट में जाना चाहिए। इससे ही पीड़ित परिवार को समुचित न्याय मिल सकेगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पीड़ित परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए। साथ ही समाज के लोगों को भी चाहिए कि वह ऐसी घटनाओं पर मूकदर्शक बनकर न रहे।
बसई दारापुर गांंव में सुनील त्यागी , प्रधान – त्यागी समाज, दिल्ली, अम्बरीष त्यागी , महासचिव – त्यागी समाज , अध्यक्ष- अखिल भारतीय ब्रह्मर्षि समाज , अमरपाल त्यागी – वैरा , प्रवीण त्यागी , सानिध्य त्यागी , अतुल त्यागी , मनोज त्यागी , विपिन त्यागी , देवेन्द्र त्यागी , सुमीत त्यागी , सन्दीप त्यागी , नवीन त्यागी , रामपाल त्यागी , विक्रान्त त्यागी , विकास ठाकुर , संजय गुप्ता , राजीव सोनकर , विनोद त्यागी आदि सभी समाज के लगभग 8000 लोगों ने बसई दारापुर में एकत्र होकर दोषियों को मृत्युदंड देने की मांंग की ।
आखिर कब तक सहेंगे सभ्य समाज, जाति छोडो, भारत जोडो।