सुब्रमण्यम स्वामी ने ताइवान और तिब्बत के मुद्दे पर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और अटल बिहारी वाजपेयी की नीतियों की आलोचना की है। आज इन दोनों पर चीन का जो कब्जा है इसके पीछे उन्होंने इन दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा है कि इनकी गलतियों के कारण ताइवान और तिब्बत चीन के हवाले हो गए।
चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है और वो चाहता है कि अमेरिका इससे दूर रहे, परंतु अमेरिका ने भी चीनी धमकियों को ठेंगा दिखा दिया है। अब ताइवान के साथ-साथ तिब्बत को लेकर भारत में चर्चा शुरू हो गई है।
इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने पूर्व प्रधानमंत्रियों, जवाहर लाल नेहरू और अटल बिहारी वाजपेयी की नीतियों की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि इनकी गलतियों के कारण ताइवान और तिब्बत चीन के हवाले हो गए।
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर लिखा, “हम भारतीयों ने नेहरू और अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्खता के कारण तिब्बत और ताइवान को चीन के हिस्से के रूप में स्वीकार किया। लेकिन अब चीन पारस्परिक रूप से सहमत LAC का भी सम्मान नहीं करता है और लद्दाख के कुछ हिस्सों को हड़प लिया है।”