फाइलेरिया रोगियों की बेहतर जांच और समुचित इलाज के लिए एमएमडीपी क्लीनिक शुरू 

 -सिविल सर्जन, एसीएमओ, डीवी बीडीसीओ, डीपीएम ने संयुक्त रूप से किया उद्घाटन 

– जिलाभर के 5000 फाइलेरिया रोगियों को  इलाज में होगी सहूलियत -पीएचसी/सीएचसी स्तर पर जल्द शुरू होगी एमएमडीपी क्लीनिक – सप्ताह में तीन दिन एमएमडीपी क्लीनिक में फाइलेरिया रोगियों को मिलेगी निःशुल्क जांच और इलाज की सुविधा  

मुंगेर, 18, अगस्त-   जिला भर में मौजूद 5000 फाइलेरिया रोगियों की  बेहतर जांच और समुचित इलाज के लिए गुरुवार को सदर अस्पताल परिसर स्थित जिला फाइलेरिया कार्यालय में एमएमडीपी क्लीनिक की शुरुआत की गई है । सिविल सर्जन डॉ. पीएम. सहाय, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी   डॉ. आनंद शंकर शरण सिंह, डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ. अरविंद कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक नसीम रजी और जिला फाइलेरिया पदाधिकारी और एमएमडीपी क्लीनिक के इंचार्ज डॉ. संतोष कुमार ने संयुक्त रूप से एमएमडीपी क्लीनिक  का उद्घाटन किया । इस अवसर पर जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ.  ध्रुव कुमार शाह, वेक्टर डिजीज कंट्रोल ऑफिसर संजय कुमार  विश्वकर्मा, डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंसल्टेंट पंकज कुमार प्रणव, केयर इंडिया के डीपीओ ओम प्रसाद नायक, सीफार के डिविजन कोऑर्डिनेटर मीडिया जय प्रकाश कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के कई पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

इस अवसर पर सिविल सर्जन, एसीएमओ और डीपीएम के द्वारा फाइलेरिया रोगियों के बीच एमएमडीपी किट का भी वितरण किया गया। इससे पूर्व डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंसल्टेंट पंकज कुमार प्रणव ने  हाथी पांव के मरीज  का लाइव डिमोंस्ट्रेशन  करते हुए  लोगों को साफ सफाई करते हुए इस दौरान बरती जाने वाली तमाम सावधानियों की  विस्तार पूर्वक जानकारी दी।  एमएमडीपी क्लीनिक  का उद्घाटन करते हुए सिविल सर्जन डॉ. पीएम सहाय ने बताया कि जिला भर में  फाइलेरिया रोगियों की  जांच, उपचार और सलाह के लिए आज यहां अलग से  व्यवस्था कर दी गई है। यहां सप्ताह में तीन दिन सोमवार, गुरुवार और शनिवार को डॉ संतोष कुमार  फाइलेरिया के रोगियों की  जांच करते हुए उन्हें साफ सफाई के तरीके, बरती जाने वाली सावधानी और एक्सरसाइज की जानकारी देते हुए अभ्यास भी कराएंगे।

यह क्लीनिक  अभी सप्ताह में तीन दिन शुरू किया गया है।  बहुत जल्द इसे पूरे सप्ताह ओपीडी के रूप में शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया रोगियों की  सुविधा के लिए बहुत ही जल्द प्रखंड स्तर पर कार्यरत पीएचसी/सीएचसी पर एमएम डीपी क्लीनिक म की शुरुआत की जाएगी ।  इस अवसर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक नसीम रजी ने बताया कि ” हम सबने यह ठानी  है  मुंगेर को जल्द से जल्द फाइलेरिया से मुक्त बनाना है। इसी को चरितार्थ करने के लिए जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर के नेतृत्व में जिला मुख्यालय सहित प्रखंड स्तर पर भी एमएमडीपी क्लीनिक  शुरू करने का निर्णय लिया गया है।  जिसकी शुरुआत गुरुवार को सदर अस्पताल परिसर में सिविल सर्जन  ने एमएमडीपी क्लीनिक  का उद्घाटन करके कर दी  है।

यहां फाइलेरिया के रोगियों को निःशुल्क जांच के साथ  सही इलाज व  दवाइयां मिल सकेंगी। इस अवसर और डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि फाइलेरिया रोगियों की  सुविधा के लिए राज्य सरकार राज्य भर में एमएमडीपी क्लीनिक  चला रही है।  जिला भर के  फाइलेरिया के रोगियों से अनुरोध है कि वो एमएमडीपी क्लीनिक में आकर  चिकित्सक  के द्वारा बताई गई सावधानी और एक्सरसाइज का अभ्यास करते हुए निःशुल्क जांच और इलाज की  सुविधाओं का लाभ उठाएं।

जिला फाइलेरिया पदाधिकारी और एमएमडीपी क्लीनिक  के इंचार्ज डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि सरकार ने एक पहल करते हुए एमएमडीपी क्लीनिक की शुरुआत की  है। इसके माध्यम से हम आदमी के जीवन  को बेहतर करने की  कोशिश करेंगे । इसमें हम लोगों को इस बीमारी के बारे में जानकारी देंगे और रोजमर्रा की दिक्कत जैसे पैर में इन्फेक्शन हो जाना, सूजन या दर्द होने पर हम वैसी सारी चीजों की जानकारी देने के साथ – साथ प्रैक्टिकली उनके  घाव की साफ सफाई, दवाई या नियमित रूप से एक्सरसाइज के बारे में बताएंगे ।

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