जिले में 6,56,246 बच्चों को पोलियो की दो बूंद दवा पिलाई जाएगी
-सिविल सर्जन ने दवा पिलाकर पल्स पोलियो अभियान का किया आगाज
-पांच दिनों तक जिले में चलेगा अभियान, बी टीम का काम 24 सितंबर को होगा
-सूबे के 22 जिलों में शुरू किया गया है पल्स पोलियो अभियान, इसमें भागलपुर भी
भागलपुर-
सूबे के 22 जिलों में सोमवार से पल्स पोलियो अभियान का आगाज हुआ है। इसमें भागलपुर भी शामिल है। सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा व छपरा विश्वविद्यालय के कुलपति फारुख अली ने सदर अस्पताल में बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर इस अभियान का आगाज किया। इस दौरान 15 लड़के और 15 लड़कियां, यानी कि कुल 30 बच्चों को दवा पिलाई गई। इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार चौधरी, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. सोमाल्या घोष, यूनिसेफ के एसएमसी अमित कुमार, यूएनडीपी के संदीप कुमार, फील्ड मॉनिटर गोपाल शंकर चौधरी, बीएमसी अजीत कुमार, पीतांबर सिन्हा और जिला डाटा ऑपरेटर आशुतोष कुमार भी मौजूद थे।
सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने कहा कि पल्स पोलियो उन्मूलन अभियान 19 सितंबर से शुरू हुआ जो पांच दिनों तक यानी 23 सितंबर तक चलेगा। बी टीम का काम 24 सितंबर को होगा। इस बार जिले में 6,56,246 बच्चों को पोलियो की दो बूंद दवा पिलाई जाएगी। इसे लेकर कुल 1485 घर-घर जाने वाली टीम का गठन किया गया है, जबकि 316 ट्रांजिट और 88 मोबाइल टीम बनाई गई है। 608 सुपरवाइजर को इस अभियान में लगाया गया है, जो 5 दिनों तक काम करेंगे। साथ ही बी टीम के काम में भी शामिल होंगे। अभियान के दौरान कोई भी बच्चा छूट नहीं जाए, इसका विशेष तौर पर ध्यान रखने के लिए कहा गया है।
5 वर्ष तक के बच्चों को पिलाई जाएगी दवाः जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि अभियान के दौरान टीम 6,24,851 घरों में जाकर जन्म से लेकर 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की खुराक देगी। इस कार्यक्रम का जिला और प्रखंड स्तर पर मॉनिटरिंग किया जाएगा। इसमें सरकारी अधिकारी के साथ-साथ सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे। प्रखंड और जिला स्तर पर संध्याकालीन बैठक का आयोजन किया जाएगा, जिसमें दिनभर के कार्यक्रम की समीक्षा होगी। अभियान के दौरान अभियान के दौरान लक्षित एक-एक बच्चे तक दवा पहुंचाने के लिए टीम के सदस्य काम करेंगे।
कोरोना गाइडलाइन का होगा पालनः जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. मनौज कुमार चौधरी ने बताया कि अभियान की सफलता को लेकर टीम को पहले ही प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रशिक्षण के दौरान दवा पिलाने के तरीके से लेकर अन्य सावधानियों के बारे में बताया गया है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के दौरान कोरोना की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। अभियान में शामिल होने वाले स्वास्थ्यकर्मी मास्क पहनेंगे और सामाजिक दूरी का पालन करेंगे। पूरी सतर्कता के साथ अभियान चलाया जाएगा।