भारत का पहला स्वदेशी लड़ाकू हेलीकॉप्टर ‘प्रचंड’ चीन सीमा पर तैनात

भारत का पहला स्वदेशी लड़ाकू हेलीकॉप्टर ‘प्रचंड’ चीन सीमा पर तैनात कर दिया गया है। इसके साथ भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और सफलता हासिल की है। हल्के वजन लेकिन दुश्मन के लिए खतरनाक (LCH) प्रकार के हेलीकॉप्टरों की उपलब्धता ने सेना की क्षमता में वृद्धि की है।

राजस्थान के जोधपुर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी की मौजूदगी में ऐसे 10 हेलीकॉप्टर सौंपे गए हैं।इस बीच राजनाथ सिंह ने भी इस हेलीकॉप्टर में उड़ान भरी।

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस स्वदेशी लड़ाकू हेलीकॉप्टर से न केवल देश की सुरक्षा मजबूत होगी, बल्कि रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा। इस हेलीकॉप्टर की खासियत यह है कि यह हर मौसम में दुश्मनों का सामना कर सकता है। साथ ही इस हेलिकॉप्टर की क्षमता ऐसी है कि यह दुश्मन देशों के एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर सकता है।

यह विशाल हेलीकॉप्टर यूएस अपाचे हेलीकॉप्टर से भी ज्यादा सक्षम है। रेंज के मामले में कोलोसस को अपाचे से ज्यादा सक्षम माना जाता है। अमेरिकी अपाचे हेलीकॉप्टर की टॉप स्पीड 295 किमी प्रति घंटा है, जबकि इसकी अधिकतम गति 280 किमी प्रति घंटा है। अपाचे हेलीकॉप्टर 6400 मीटर की ऊंचाई से सिर्फ 480 किमी दूर लक्ष्य पर हमला कर सकता है। जबकि हमारा हेलीकॉप्टर अगर जमीन से 6500 मीटर की ऊंचाई पर हो तो वहां से 700 किमी दूर भी लक्ष्य को नष्ट कर सकता है। इसलिए अटैक रेंज के मामले में भारत में बने बड़े हेलिकॉप्टर अमेरिका के अपाचे हेलिकॉप्टर से ज्यादा सक्षम माने जाते हैं।

‘विशाल’ हेलीकॉप्टर की विशेषताएं

  • रात में भी कर सकता है ‘कोलोसल’ हमला, चीन के खिलाफ साबित होगा ज्यादा घातक।
  • वायु सेना के अधिकारियों का कहना है कि ये उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर ‘चुपके’ क्षमता (रडार से बचने की क्षमता) में ध्रुव के साथ समानताएं साझा करते हैं, एक विशेष बख्तरबंद रक्षा प्रणाली जो रात में काम करने में सक्षम है। इसलिए रात में भी वे दुश्मन सैनिकों को ढूंढ सकते हैं और उन पर हमला कर सकते हैं।
  • इसमें 5.8 टन वजन के दो इंजन हैं जो दो प्रोपेलर चलाते हैं। इसमें विभिन्न हथियारों की फायरिंग का परीक्षण पहले ही किया जा चुका है।
  • यह दुश्मन का पता लगाने और आत्मरक्षा में और दुश्मन की वायु रक्षा को नष्ट करने में भी उपयोगी है और आतंकवाद विरोधी अभियानों में भी उपयोगी हो सकता है।
  • इन हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल ऊंचाई वाले इलाकों में भी ‘बंकर बस्टिंग ऑपरेशन’ में और शहरों और जंगलों में आतंकवाद विरोधी अभियानों में सेना की सहायता के लिए किया जा सकता है।
  • हवा से हवा में हमले के लिए मिसाइल, 20 मिमी बुर्ज गन, रॉकेट सिस्टम और अन्य घातक हथियार हैं। यह हेलीकॉप्टर चीनी ड्रोन को मिसाइलों से मार गिरा सकता है। चीनी टैंकों को भी नष्ट कर सकता है।
  • हेलीकॉप्टर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इमरजेंसी लैंडिंग या क्रैश के दौरान हेलीकॉप्टर को ज्यादा नुकसान नहीं होगा।
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