रूस ने काला सागर में तैनात किए परमाणु बम, तुरंत अमेरिका पहुंच गए ब्रिटिश रक्षा मंत्री

रूस ने काला सागर में जैसे ही परमाणु बम वाले दस्ते तैनात किए वैसे ही सबसे पहले ब्रिटेन की हालत पतली हो गई। इसलिए अब बे-वजह ही खुद को रूस के जाल में फंसता देख उसकी मार से बचने की खातिर, रातों रात ब्रिटिश रक्षा मंत्री अमेरिका पहुंच गए।

यूक्रेन, अमेरिका और ब्रिटेन के हुक्मरान न भी बोले तो कोई बात नहीं है. ब्रिटिश मीडिया में इस बात की सुगबुगाहट बीते तीन चार दिन से सुनाई-दिखाई पड़ने लगी है।

अमेरिका की ओछी सियासत के चंगुल में फंसे यूक्रेन को अभी अपना ही अच्छा-बुरा समझ में नहीं आ रहा है, तो भला ऐसे में ब्रिटेन कैसे अपनी आंख-कान बंद करके बैठा रह सकता है, क्योंकि यूक्रेन से कहीं ज्यादा बेहतर पैमाने पर ब्रिटेन जानता-समझता है कि काला सागर में पहुंचे रूसी परमाणु लाव-लश्कर का पुतिन ने अगर बेजा इस्तेमाल कर डाला, तो उससे न केवल पश्चिम के कुछ देशों की, बल्कि तबाही ब्रिटेन में भी मचने की पूरी पूरी संभावनाएं हैं।

मंगलवार को ब्रिटेन का जासूसी विमान क्रीमिया के तट के पास तक जा पहुंचा था. इस जासूसी विमान के साथ दो टाइफून फाइटर जेट भी काला सागर के ऊपर जा पहुंचे. यह ब्रिटिश जासूसी विमान दुनिया में दुश्मन के सिग्नल पकड़ने में बेजोड़ माना जाता रहा है. परमाणु बम को सूंघने की भी इसकी गजब की क्षमता है।

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