चुनाव आयोग ने बताया कि इन सीटों पर 5 दिसंबर को मतदान होगा और 8 दिसंबर को वोटो की गिनती होगी। मैनपुरी लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव सांसद थे। ये सीट मुलायम सिंह के निधन के बाद से खाली है। रामपुर विधानसभा सीट पर भी मतदान होगा. यह सीट समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान की सदस्यता रद्द होने के बाद खाली हुई थी।
बिहार की कुरहनी, राजस्थान के सरदारशहर और छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर सीट पर भी 5 दिसंबर को ही चुनाव होना है।
मुलायम सिंह के बाद अखिलेश यादव के सामने न सिर्फ पार्टी बल्कि परिवार को साधने की भी चुनौती है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल यादव भी इस सीट की दावेदारों की लिस्ट में शुमार है। 2019 में उन्होंने इस सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा भी जताई थी।
मुलायम के बाद अब परिवार की एकजुटता को बनाए रखने के लिए शिवपाल इस सीट से उपचुनाव लड़ सकते हैं। मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी सीट पर 1996, 2004, 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में जीत हासिल की थी।