सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे क्या संदेश दे गए, किस पार्टी को फायदा

सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे क्या संदेश दे रहे है, किस पार्टी को फायदा या नुकसान हो रहा है यह विचारणीय प्रश्न है।

लखीमपुर खीरी जिले में पड़ने वाले गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अमन गिरी ने जीत हासिल की है। 26 साल के अमन को कुल 1.24 लाख वोट मिले। अमन का मुकाबला समाजवादी पार्टी के विनय तिवारी से था।

मोकामा सीट राजद के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को अयोग्य ठहराए जाने के बाद खाली हुई थी। इस सीट पर राजद ने अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को उतारा था। नीलम देवी ने भाजपा की सोनम देवी को मात दे दी है।

गोपालगंज सीट भाजपा विधायक सुभाष सिंह के निधन की वजह से खाली हुई थी। भाजपा की कुसुम देवी को 70053 वोट मिले, जबकि दूसरे नंबर पर रहे राजद के मोहन प्रसाद गुप्ता ने 68259 मत हासिल किये।

हरियाणा में आदमपुर सीट पर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। ये सीट कांग्रेस के हाथों से भाजपा के पाले में चली गई है। भाजपा के भव्य बिश्नोई को चुनाव में कुल 67492 वोट मिले। दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी को 51752 मतों से ही संतोष करना पड़ा।

महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट सीट शिवसेना विधायक रमेश लटके के निधन की वजह खाली हुई थी। उपचुनाव में उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने यहां से रमेश लटके की पत्नी ऋतुजा लटके को उम्मीदवार बनाया था। वहीं, रमेश के परिवार को सहानुभूति दिखाते हुए भाजपा, मनसे, कांग्रेस, एनसीपी जैसी बड़ी पार्टियों ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा। इसके चलते मुकाबला एकतरफा हो गया। ऋतुजा लटके विजयी घोषित हुई हैं।

ओडिशा की धामनगर सीट पर भी भारतीय जनता पार्टी को जीत मिल सकती है। ये सीट भाजपा विधायक विष्णु चरण सेठी के निधन की वजह से खाली हुई थी।

तेलंगाना की मुनुगोडे विधानसभा सीट पर टीआरएस प्रत्याशी के. प्रभाकर रेड्डी आगे चल रहे हैं

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