सरकारी अस्पतालों में मरीजों को गुणवत्तापूर्ण सुविधा मिलेगी

-प्रखंड गुणवत्ता नोडल पदाधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
-जिला स्तरीय प्रशिक्षण का सदर अस्पताल में हुआ आयोजन

भागलपुर, 23 नवंबर-

जिले के सरकारी अस्पतालों के प्रखंड गुणवत्ता नोडल पदाधिकारियों का एकदिवसीय गुणवत्ता सुधार प्रशिक्षण का आयोजन बुधवार को सदर अस्पताल में किया गया। प्रशिक्षण देने का काम जिला गुणवत्ता सलाहकार डॉ. प्रशांत कुमार ने किया। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा, डीपीएम फैजान आलम अशर्फी और पीसीआई के नवीन कुमार भी मौजूद थे। प्रशिक्षण में जिले के सभी पीएचसी, सीएचसी, रेफरल व अनुमंडल अस्पताल के प्रतिनिधि मौजूद थे।
सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देशनुसार सभी जगह एक-एक प्रखंड गुणवत्ता नोडल पदाधिकारी का चयन किया गया है। प्रशिक्षण में सभी प्रखंड गुणवत्ता नोडल पदाधिकारी मौजूद थे। प्रशिक्षण के दौरान अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं में गुणवत्ता सुधार कैसे हो, इसकी जानकारी दी गई। अच्छी बात यह रही कि न सिर्फ प्रखंड गुणवत्ता नोडल पदाधिकारी को प्रशिक्षण दिया गया, बल्कि उनके अनुभवों को भी सुना गया। साथ ही उसका समाधान कैसे हो, इस पर फोकस किया गया। कुल मिलाकर यह दोतरफा संवाद था, जो कि काफी फायदेमंद साबित होने वाला है।
प्रशिक्षण देने वाले डॉ. प्रशांत कुमार ने बताया कि सभी प्रखंड गुणवत्ता नोडल पदाधिकारी को अस्पताल में गुणवत्ता सुधार के बारे में बताया गया। अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं को कैसे बेहतर किया जाए, इसके बारे में जानकारी दी गई। खासकर कायाकल्प के मानकों पर अस्पताल कैसे खरा उतरे, यह बताया गया। अस्पतालों में साफ-सफाई से लेकर ओटी, ओपीडी, लेबर रूम इत्यादि कैसे बेहतर रहे, इस पर फोकस किया गया। मुझे उम्मीद है कि यह प्रशिक्षण जिले के अस्पतालों की गुणवत्ता में सुधार लाने में काफी सहायक साबित होगा।
एपीएचसी और एचडब्ल्यूसी की व्यवस्था की व्यवस्था होगी बेहतर : डॉ. प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण में मैंने तो उनलोगों को सुधार के बारे में बताया ही। साथ ही उनकी भी राय ली गई कि अस्पताल में मरीजों के लिए कैसे गुणवत्तापूर्ण व्यवस्था हो। उनलोगों का अनुभव भी काफी विचारणीय था। जिस पर आगे अमल करने की सहमति बनी। प्रशिक्षण के दौरान सभी एपीएचसी और एचडब्ल्यूसी की व्यवस्था में सुधार लाने पर बात हुई। इन केंद्रों में बड़े पैमाने पर सुधार की बात हुई है।

SHARE