चिली में लस्कर ज्वालामुखी में जबरदस्त हलचल देखी जा रही है। यहाँ आसमान में छह किमी तक धुएं का गुबार है जिसे देखकर ज्वालामुखी के फटने की आशंका बनी हुई है। चिली का लस्कर समुद्र तल से 5,592 मीटर की ऊंचाई के साथ सैन पेड्रो डी अटाकामा से 70 किलोमीटर दूर है। यह एक लोकप्रिय पर्यटन आकर्षण है। यहां लोग ट्रेकिंग और अटाकामा रेगिस्तान की यात्रा के लिए लिए आते हैं, जो पृथ्वी पर सबसे शुष्क स्थान है।
यहां लस्कर ज्वालामुखी 1993 में फूटा था, लेकिन 2006 और 2015 में भी यहां ज्वालामुखी गतिविधि देखी गई। अब एक बार फिर ज्वालामुखी ने आकाश में 6,000 मीटर तक धुएं का गुबार भेजा है। जिसके बाद अधिकारी सतर्क हो गए हैं और चेतावनी जारी कर दी गई है।
ज्वालामुखी के सक्रिय होते ही आसपास हल्के झटके शुरू हो गए लेकिन क्षेत्र में अब तक कोई नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि, अधिकारियों ने प्रारंभिक ग्रीन चेतावनी को यलो कर दिया गया था। चिली की राष्ट्रीय भूविज्ञान और खनन सेवा (सर्नाजोमिन) के यलो अलर्ट का अर्थ है कि ज्वालामुखी अस्थिर है। विशेषज्ञ साइट की निगरानी कर रहे हैं