लखीसराय जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में खुलेगी फाइलेरिया क्लीनिक, मरीजों को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा

  • हाईड्रोसील फाइलेरिया से संक्रमित मरीजों को चिह्नित कर ऑपरेशन कराने के लिए किया जाएगा प्रेरित
  • क्लीनिक में समुचित स्वास्थ्य सुविधा की व्यवस्था रहेगी उपलब्ध

लखीसराय, 20 दिसंबर-

जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में फाइलेरिया उन्मूलन को पूरी तरह प्रभावी और कारगर बनाने के लिए फाइलेरिया क्लीनिक खुलेगी । जिसका शुभारंभ बीते 14 दिसंबर को जिले के रामगढ़ पीएचसी में क्लीनिक की स्थापना कर हो चुका है। जबकि, 29 दिसंबर को हलसी पीएचसी में उक्त क्लीनिक का शुभारंभ होगा। यह जानकारी देते हुए जिला वेक्टर जनित – रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ धीरेंद्र कुमार ने बताया, अब मरीजों को आसानी के साथ बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलेगा। यह मरीजों सहित पूरे जिले वासियों के लिए सरकार का बेहतर और सराहनीय कदम है। क्लीनिक परिसर में ही समुचित चिकित्सकीय प्रबंधन की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। मरीजों को इलाज कराने में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।

  • फाइलेरिया से संक्रमित मरीजों की समय पर होगी जाँच और इलाज :
    वहीं, डाॅ कुमार ने बताया, जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में फाइलेरिया क्लीनिक खुलने से ना सिर्फ मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी बल्कि, समय पर जाँच और इलाज भी होगा। साथ ही समुचित दवाई भी उपलब्ध कराई जाएगी। हाईड्रोसील फाइलेरिया से संक्रमित मरीजों को चिह्नित कर उनका सफल ऑपरेशन भी किया जाएगा। मरीजों को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो, इसके लिए क्लीनिक में एक चिकित्सक, एक मेडिकल स्टाफ की तैनाती समेत एम्बुलेंस सहित अन्य सुविधाओं की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। ताकि मरीजों को बेहतर से बेहतर से स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा सके और सभी मरीज आसानी के साथ सुविधाओं का लाभ ले सकें।
  • लक्षण दिखते ही कराएं जाँच, शुरुआती दौर में इलाज शुरू होने से मिल सकती है स्थाई निजात :
    डाॅ कुमार ने बताया, शुरुआती दौर में जाँच कराने और जाँच के पश्चात चिकित्सा परामर्श के अनुसार आवश्यक इलाज कराने से बीमारी से स्थाई निजात मिल सकती है। इसलिए, मैं तमाम जिले वासियों से अपील करता हूँ कि शुरुआती दौर में ही इलाज कराएं और बीमारी से स्थाई निजात पाएं। फाइलेरिया के शुरुआती लक्षण में बुखार, बदन में खुजली और पुरूषों के जननांग व उसके आसपास दर्द व सूजन की भी समस्या होती है। इसके अलावा हाथ और पैर में हाथी के पैर जैसी सूजन आ जाती है। इसलिए, इसे हाथी पाँव कहा जाता है।
  • क्लीनिक में मरीजों को मिलेगी यह सुविधा :
  • फाइलेरिया मरीज की जाँच एवं ग्रेडिंग निर्धारित करना
  • हाइजीन मेटेनेंस, स्किन एण्ड ओण्ड केयर,एक्सरसाइज, इलेवेशन एण्ड वियरिंग सुटेवल शूज से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करना
  • एमएमडीपी किट का वितरण करना
  • हाईड्रोसील ऑपरेशन हेतु मरीज को उत्प्रेरित करना।
SHARE