प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि योजना गरीब तबके के लिए वरदान

प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि योजना गरीब तबके के लिए वरदान साबित हुई है. इस योजना के तहत लोगों को कम कीमतों पर दवाइयां ही नहीं मिल रही है, बल्कि रोजगार के मौके भी मिल रहे हैं।

जन-औषधि केंद्र शरीर को औषधि देते हैं, लेकिन इनमें मन की चिंता को दूर करने वाली औषधि भी है, क्योंकि ये लोगों के पैसे बचाकर उन्हें राहत देने वाले केंद्र के तौर पर भी उभरे हैं। इससे पहले दवा का पर्चा हाथ में आते ही लोगों के दिल में शक पैदा होता था कि पता नहीं दवाइयां खरीदने में कितना अधिक खर्च होगा, उस तरह की चिंताओं से लोगों को अब मुक्ति मिली है।

सभी को गुणवत्ता वाली जेनरिक दवाइयां रियायती दरों पर मुहैया कराने के मकसद से प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि योजना (पीएमबीजेपी) अस्तित्व में आई थी। इस योजना के तहत कम कीमतों पर जेनरिक दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए जन औषधि केंद्र खोले गए हैं।

देश के गरीब आबादी और मध्यम वर्ग को किफायती कीमतों में जेनरिक दवाइयां उपलब्ध कराने में पीएमबीजेपी को अच्छी कामयाबी मिली है। इन केंद्रों के जरिए बेची गई दवाओं में बीते साल की तुलना में 35 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है।

अब जेनरिक एलोपैथिक सहित इसके दायरे में आयुर्वेदिक दवाइयोंको भी लाया जा रहा है। अब शीघ्र ही इन केंद्रों पर थर्मामीटर और ब्लड प्रेशर नापने की मशीनें भी मिलेंगी।

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