भारत सरकार ने वर्षों से चली आ रही गुलामी की निशानी, राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन का नाम बदल दिया है। सरकार ने शनिवार को मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान कर दिया है। इससे भारत की गुलामी की एक और पहचान बदल गई है।
आजादी के अमृत महोत्सव के मद्देनजर सरकार ने मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान (Amrit Udyan) किया है।
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि इस साल 31 जनवरी से 26 मार्च तक जनता के लिए अमृत उद्यान खुला रहेगा। इसके बाद 28 मार्च को सिर्फ किसानों के लिए और 29 मार्च को दिव्यांग जनों के लिए ये गार्डन खोला जाएगा। 30 मार्च को पुलिस, सुरक्षा बल और सेना के परिवारों के लिए गार्डन एंट्री रिजर्व रहेगी।
अमृत उद्यान में ऑनलाइन अग्रिम बुकिंग के जरिए पास लेकर ही जाया जा सकता है। एहतियात के तौर पर वॉक-इन एंट्री की सुविधा नहीं होगी। गार्डन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक खुला रहेगा। अमृत उद्यान में जाने के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक 7500 लोगों के लिए ही टिकट जारी किए जाएंगे। इसके बाद 12 से शाम के चार बजे तक गार्डन में जाने के लिए एक फिर से 10 हजार लोगों को पास जारी किए जाएंगे।