अशोक गहलोत ने सुझाव दिया कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन को राजस्थान के बजट का अध्ययन करना चाहिए। गहलोत ने कहा कि जो बजट राजस्थान सरकार ने पेश किया है, इस तरह का बजट ‘दुर्लभ’ ही बनता है।
माना जा रहा है कि गहलौत का यह बयान पीएम मोदी के उस बयान पर पलटवार है जिसमें मोदी ने कहा था कि कांग्रेस के लिये बजट और घोषणाएं कागजों में लिखने के लिए ही होती हैं। योजनाएं और कार्यक्रमों को जमीन पर लागू करने में कांग्रेस का कोई इरादा नहीं होता।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट भाषण के दौरान कुछ अंश पिछले बजट के पढ़ दिए थे। इस घटना की ओर इशारा करते हुए रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने दौसा में एक जनसभा में कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष किया था। पीएम ने कहा था कि इससे पता चलता है कि कांग्रेस के पास न विजन है और न ही उसकी बातों में कोई वजन है।
बीते शुक्रवार को आगामी वित्त वर्ष के बजट में उन्होंने समाज के गरीब तबके के लिए बड़ी घोषणाएं कीं। इस दौरान उन्होंने 500 रुपये में गैस सिलेंडर और हर महीने ‘फूड किट’ देने की बात कही। साथ ही, 25 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज और 100 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की घोषणा भी की थी।