दिल्ली।
दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस हाईवे सरकार की बहुत ही महत्वपूर्ण परियोजना है जिसे 12150 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एक्सप्रेसवे के बारे में कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) का भारत को आर्थिक मजबूती देने में इनका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस एक्सप्रेसवे से गुरुग्राम में प्रॉपर्टी के रेट्स में इजाफा हो सकता है।
यह एक्सप्रेस वे कुल 1350 किलोमीटर लंबा है। इसके जरिए देश के राजधानी दिल्ली देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह को जोड़ने की तैयारी की जा रही है।
इस एक्सप्रेस हाईवे का सबसे अधिक लाभ गुरुग्राम को होगा। एक्सप्रेसवे बनने से गुरुग्राम में रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रॉपर्टी के रेट्स बढ़ने की संभावना है। रियल स्टेट के विशेषज्ञों का मानना है कि गुरुग्राम में रियल इस्टेट सेक्टर में भी उछाल आएगा। इसके शुरू हो होने से दिल्ली से दक्षिण की तरफ जाने वाले यातायात का 50% डायवर्ट होगा। ये दुनिया की सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक है।
बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के साथ ही ये मेगा प्रोजेक्ट कृषि, रियल स्टेट डेवलपमेंट में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे बिजनेस पार्क, कमर्शियल प्रॉपर्टी, लॉजिस्टिक पार्क और टाउनशिप विकसित करने में मदद मिलेगी।