टीबी से हुए स्वस्थ लोग, अब मरीजों का देंगे साथ

  • जिला क्षय रोग केंद्र में यूपी टीबी एलिमिनेशन फोर्स नेटवर्क के आगरा चैप्टर की हुई बैठक, तीन नये टीबी सर्वाइवर ने ली सदस्यता
  • टीबी सर्वाइवर टीबी मरीजों को करेंगे जागरुक, समुदाय में फैलाएंगे टीबी के प्रति जागरुकता

आगरा,
जनपद के जिला क्षय रोग केंद्र में यूपी टीबी एलिमिनेशन फ़ोर्स नेटवर्क के आगरा चैप्टर के गठन पश्चात तिमाही बैठक का सोमवार को आयोजन हुआ। इस अवसर पर टीबी से स्वस्थ हो चुके तीन टीबी सर्वाइवर्स ने नेटवर्क की सदस्यता प्राप्त की। टीबी से स्वस्थ हो चुके यह लोग अब टीबी मरीजों का साथ देंगे।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि यूपी टीबी एलिमिनेशन फोर्स नेटवर्क में टीबी से स्वस्थ हो चुके टीबी सर्वाइवर टीबी के प्रति समाज में जागरुकता फैलाएंगे। उन्होंने बताया कि जनपद में पहले से 13 टीबी चैंपियंस टीबी सपोर्ट हब के माध्यम से निरंतर टीबी के साथ जी रहे लोगो को सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। अब टीबी चैंपियन नए टीबी सर्वाइवर को यूपी टीबी एलिमिनेशन फ़ोर्स नेटवर्क में सदस्य के रूप में जोड़ते रहेंगे, इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच बनाकर टीबी के प्रति जागरुकता बढ़ाई जाएगी।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सीएल यादव ने बताया कि टीबी को जनपद से खत्म करने के लिए समुदाय स्तर पर जाकर टीबी मरीजों और टीबी के उपचार के बारे में बताएं। टीबी के लक्षण, टीबी की जांच व उपचार की संपूर्ण जानकारी दें। टीबी मरीज व उसके परिवार को बताएं की टीबी मरीज हवादार कमरे में रहें।जिससे कि टीबी का संक्रमण न फैले। उन्होंने बताया कि टीबी मरीज के पास बैठने या छूने से नहीं होती है। केवल फेंफड़ों की टीबी के फैलने की आशंका रहती है ऐसे में मरीज को खांसते वक्त अपने मुंह को ढकना चाहिए।

डीटीओ ने बताया कि यदि गर्भवती को टीबी है तो वह टीबी के ट्रीटमेंट को बीच में न छोड़ें। गर्भवती में इससे जटिलताएं बढ़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि टीबी का उपचार व जांच सरकारी प्रावधानों के तहत उपलब्ध है। डीटीओ ने बताया कि यूपी टीबी एलिमिनेशन फ़ोर्स नेटवर्क का उद्देश्य लगातार टीबी मरीजों के हित के लिए संबंधित अधिकारी से पैरवी करना, समुदाय के लोगों को टीबी के प्रति जागरूक करना, समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करना है| उन्होंने कहा कि भारत के कई राज्यों में इस नेटवर्क को स्थापित किया गया है जिससे हर तरीके से टीबी चैंपियंन हर मरीज के साथ जुड़े रहे और उनकी समस्याओं का निवारण करने में सहयोग दें।

फोर्स नेटवर्क की सदस्यता प्राप्त करने वाली रामबाग निवासी टीबी सर्वाइवर शिखा पांडेय (24) ने बताया कि टीबी लीड नेटवर्क में वह इस भावना से जुड़ी हैं कि वह टीबी मरीजों की सहायता कर सकें। लोगों को टीबी के बारे में संपूर्ण जानकारी न होने पर उपचार कराने में कठिनाई होती है। जानकारी के अभाव में वह इधर-ऊधर भटकते हैं। मैं समाज में टीबी मरीजों को सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दूंगी। जिससे कि मरीज अपना उपचार आसानी से करा सकें।

इस मौके पर जिला पीपीएम समन्वयक अरविंद यादव, कमल सिंह, डीआर टीबी समन्वयक शशिकांत पोरवाल, पंकज सिंह, जिला कार्यक्रम समन्वयक अखिलेश शिरोमणि सहित 13 टीबी चैंपियन और तीन टीबी सर्वाइवर व एक टीबी मरीज मौजूद रहे। वर्ल्ड विजन इंडिया संस्था के जिला समन्वयक यूनुस खान ने खंदारी निवासी टीबी मरीज को गोद लिया और बैठक का भी संचालन किया।

SHARE