आगरा में आज भी हैं 10000 साल पुराने जुडवां शिवलिंग, भगवान परशुराम और उनके पिता ऋषि जमदग्नि ने किए थे स्थापित

आगरा।

10000 वर्ष से अधिक पुराने जुड़वां शिवलिंग आगरा के अलावा और कहीं नहीं मिलते। मंदिर के महंत निर्मल गिरी महाराज बताते हैं कि मंदिर में दो जुड़वा भगवान शिव की शिवलिंग स्थापित है। इन दोनों ही शिवलिंग की स्थापना भगवान परशुराम और उनके पिता जमदग्नि ऋषि ने कराई थी। महंत आगे बताते हैं कि कैलाशपति महादेव का दरबार 10000 वर्ष से अधिक पुराना है। इस मंदिर में जुड़वा शिवलिंग हैं, जो दुर्लभ हैं। देश में कहीं भी एक साथ एक ही आकर की जुड़वा शिवलिंग नहीं है।

मान्यता है कि त्रेता युग में भगवान विष्णु के छठवें अवतार भगवान परशुराम और उनके पिता जमदग्नि ऋषि ने कैलाश पर्वत पर भगवान भोले को प्रसन्न करने के लिए कठोर तपस्या की थी। दोनों की भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान महादेव ने वरदान मांगने को कहा तो भगवान परशुराम ने महादेव को अपने साथ चलने का आग्रह किया। भगवान शिव ने दोनों को अपने स्वरूप के शिवलिंग दिए।

आज जिस जगह पर मंदिर स्थापित है. वहां पर रात्रि विश्राम के लिए जगदम ऋषि और भगवान परशुराम रुके थे. सुबह पूजा पाठ करने के बाद जैसे ही शिवलिंग को उठाया तो आकाशवाणी हुई कि अब शिवलिंग वहीं स्थापित रहेगी. उसके बाद से भगवान परशुराम ने विधि विधान के साथ शिवलिंग को वहीं स्थापित कर दिया

SHARE