भारत में लैपटॉप, ऑल-इन-वन पीसी, सर्वर और टैबलेट जैसे डिवाइस का होम प्रोडक्शन बढ़ाने का प्रयास सरकार द्वारा किया जा रहा है। आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा था कि आईटी हार्डवेयर पीएलआई स्कीम को लेकर कंपनियों से बढ़िया प्रतिक्रिया मिली है। उन्होंने कहा कि उम्मीद से ज्यादा कंपनियों ने इसके लिए आवेदन भी किया है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आवेदन करने वाली कंपनियों में फॉक्सकॉन, एचपी, डेल और लेनोवो जैसी कंपनियों के अलावा फ्लेक्सट्रॉनिक्स, डिक्सन, एसर, थॉम्पसन, वीवीडीएन भी शामिल हैं।
दरअसल कंपनियां एक नवंबर से सीधे लैपटॉप और कंप्यूटर आयात नहीं कर सकेंगी। कंपनी को एक नवंबर से सरकार से लाइसेंस लेना होगा। इस स्कीम में HP समेत कई कंपनियों ने देश में मैन्युफैक्चरिंग करने में रुचि दिखाई है। कंपनियों को भारत में मैन्यूफैक्चरिंग करने के लिए 8 से 12 महीने का वक्त लगेगा।
आईटी हार्डवेयर पीएलआई स्कीम (PLI 2.0 IT hardware scheme) के तहत 38 कंपनियों ने अप्लाई किया है। पीएलआई स्कीम कुल 17000 करोड़ की है और बुधवार को इसमें आवेदन करने के लिए आखिरी दिन था। सरकार स्कीम के तहत कंपनियों को 4 से 7 प्रतिशत का इंसेंटिव देगी।