अक्टूबर 10, 2023 :
वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे के अवसर पर तुलसी हेल्थ यर बता रहा है कि कैसे एडवांस टेक्नोलॉजी ने इस बीमारी के इलाज को पूरी तरह बदल दिया है. हेल्थकेयर इनोवेशन में हमेशा आगे रहने वाले तुलसी हेल्थ केयर मेंटल हेल्थ (मानसिक स्वास्थ्य) से जुड़े अलग-अलग पहलुओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने में काफी आगे है. इसके अलावा स्किज़ोफ्रेनिया, धूम्रपान की लत, डिप्रेशन और अन्य परेशानियों के इलाज के लिए डीप ट्रांसक्रेनियल मैग्नेटिक स्टिमुलेशन (डीटीएमएस) जैसी एडवांस तकनीकों का उपयोग करने में भी तुलसी हेल्थ केयर सबसे आगे है.
तुलसी हेल्थ केयर के फाउंडर व डायरेक्टर डॉक्टर गौरव गुप्ता ने विस्तार से जानकारी दी है कि इस साल की थीम “मानसिक स्वास्थ्य एक यूनिवर्स मानव अधिकार है”. ये थीम मेंटल हेल्थ से जुड़ी बाधाओं को तोड़ने के लिए तुलसी हेल्थकेयर की प्रतिबद्धता से मिलती जुलती है. दरअसल, मेंटल हेल्थ लंबे समय से खामोशी और गलतफहमी में घिरा हुआ विषय रहा है, लोग इसके बारे में बात करने से कतराते हैं. तुलसी हेल्थकेयर मानसिक स्वास्थ्य देखभाल और विश्व स्तर पर मौजूद जानकारी को लोगों को पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता है.
डीटीएमएस जैसी एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर तुलसी हेल्थकेयर सभी के लिए बेहतर मेंटल हेल्थ ट्रीटमेंट मुहैया कराने की दिशा में काम कर रहा है. डीटीएमएस एक नॉन-इनवेसिव इलाज है जिसमें मैग्नेटिक फील्ड का इस्तेमाल करते हुए दिमाग की परेशानियों को ठीक करने काम किया जाता है. इस तकनीक से स्किज़ोफ्रेनिया, डिप्रेशन और लत जैसी समस्याओं में काफी अच्छे रिजल्ट दिखाए हैं.
तुलसी हेल्थकेयर के समर्पित डॉक्टरों और विशेषज्ञों की टीम मेंटल हेल्थ की चुनौतियों से जूझ रहे लोगों के जीवन में बदलाव लगाने के मकसद से डीटीएमएस पर रिसर्च कर रही है. तुलसी हेल्थकेयर ने मेंटल हेल्थ की अलग-अलग कंडीशन के बारे में लोगों को एजुकेट करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के अवेयरनेस कैंपेन की शुरुआत की है. इन कैंपेन का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी गलत धारणाओं को चुनौती देना और एक बेहतर समाज के निर्माण में सहयोग करना है. तुलसी हेल्थकेयर की विशेष टीमें स्किज़ोफ्रेनिया, धूम्रपान की लत और डिप्रेशन जैसी परेशानियों से जूझ रहे लोगों को डीटीएमएस इलाज मुहैया कराने की कोशिश कर रही है. हमारा मानना है कि यह एडवांस टेक्नोलॉजी उन लोगों की जिंदगी में सुधार ला सकती है जो मदद चाहते हैं. तुलसी हेल्थकेयर उन मिथकों और गलत धारणाओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है जो मेंटल हेल्थ से जुड़े हैं और किसी सामाजिक कलंक की तरह लगते हैं. सटीक जानकारी और व्यक्तिगत कहानियों को साझा करके, हम मानसिक हेल्थ के बारे में खुलकर बातचीत करने के लिए लोगों को प्रेरित करते हैं.
इसके लिए तुलसी हेल्थकेयर की तरफ से मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए सहायता समूहों और कार्यक्रमों का आयोजन कराया जाता है. “मानसिक स्वास्थ्य हम सभी को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है, और अब वो वक्त आ गया है कि हम हर तरह की असमानताओं और पूर्वाग्रहों से बाहर आएं. तुलसी हेल्थकेयर डीटीएमएस तकनीक का उपयोग करता है और इसका हमें गर्व है. ये वो तकनीक है जो मेंटल हेल्थ के इलाज में क्रांति ला रही है. हम मेंटल हेल्थ के बारे में लोगों को चुप्पी तोड़ने के लिए प्रेरित करते हैं और उन मिथकों को भी तोड़ने का प्रयास करते हैं जो पीड़ित लोगों को मदद लेने से रोकते हैं.
इस वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे पर तुलसी हेल्थकेयर मेंटल हेल्थ के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए लोगों, समुदायों और संगठनों को आमंत्रित करता है. साथ मिलकर हम एक ऐसे समाज के लिए काम कर सकते हैं जिसमें मेंटल हेल्थ को कलंक की तरह न देखा जाए बल्कि सबको गले लगाया जाए.