पल्स पोलियो : दीपावली एवं छठ में  घर आने वाले प्रवासी बच्चों को पिलाई जाएगी पोलियोरोधी दवा की दो बूँद 

-बड़हिया, लखीसराय ,किउल रेलवे स्टेशन एवं महत्वपूर्ण छठ घाटों  पर 10 नवंबर से पिलायी जाएगी दवा की खुराक 

– राज्य स्वास्थ्य समिति के राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने पत्र जारी कर दिए निर्देश 

 लखीसराय।

 पल्स पोलियो अभियान को  लेकर सरकार के साथ स्वास्थ्य महकमा हमेशा से सजग दिखता है। इस मुहिम में दीपावली एवं छठ के अवसर पर आने वाले प्रवासी बच्चों को रेलवे स्टेशन के साथ महत्वपूर्ण  छठ घाटों पर पोलियोरोधी दवा की दो बूँद पिलायी जाएगी। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी के द्वारा पत्र जारी कर राज्य के सभी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को  निर्देश दिया गया है।

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार भारती ने बताया कि दीपावली एवं महत्वपूर्ण छठ छुट्टी के अवसर देश के कोने – कोने से लोग अपने परिवार के साथ बिहार अपने घर आते हैं। बता दें कि अफगानिस्तान एव पाकिस्तान में अभी भी पोलियो का संक्रमण जारी है । इस कारण से सभी प्रवासी बच्चों को, जो 0 से 5 वर्ष का  है ,पोलियोरोधी दवा के दो बूँद पिलायी जाएगी। यह अभियान 10 से 20 नवंबर तक चलाया जाएगा। 

शून्य से 05 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को पिलाई जाएगी दवा : इस अभियान के दौरान 0 से 05 आयु वर्ग के सभी बच्चों को पोलियो से बचाव को दवा पिलाई जाएगी। इसको लेकर संबंधित प्राथमिक एवं रेफरल अस्पताल के प्रभारी को निर्देश दे दिया गया है। साथ ही दवा पिलाने के बाद  स्वास्थ्यकर्मी विभाग द्वारा दिए गए टैलीशीट में निशान लगाएंगे । वहीं  बाहर गये बच्चों की भी पूरी जानकारी लेकर फारमेट में भरेंगे और देर शाम दिनभर के कार्यों की रिपोर्ट स्थानीय पीएचसी में जमा करेंगे।  

महत्वपूर्ण  छठ घाट से लेकर स्टेशन पर भी दवा पिलाने के लिए कर्मी रहेंगे तैनात :- उन्होंने बताया कि इस  अभियान के तहत एक भी बच्चा नहीं छूटे, इसके लिए विभाग द्वारा व्यापक तैयारियाँ की गई हैं । दरअसल, एक भी बच्चा छूटने पर वायरस फैलने की  प्रबल संभावना रहती  है। इसको लेकर जिले के सभी घाट एवं चिह्नित रेलवे स्टेशन पर दवा पिलाने के लिए कर्मियों की तैनाती की जाएगी। जो बाहर से  सभी आने-जाने वाले यानी सफर कर रहे बच्चों  को दवा पिलाऐंगे। साथ ही दवा पिलाने के बाद बच्चों की अंगुली में निशान भी लगाया जाएगा। ताकि किसी भी बच्चे को भूलवश जाने-अनजाने में दोबारा दवाई नहीं पिलाई जा सके।

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