7 मिनट में बाइक और 14 मिनट में कटती थी कार

7 मिनट में बाइक और 14 मिनट में कटती थी कार और यहाँ से दिल्ली व पूरे देश में पुर्जो की सप्लाई होती थी। लेकिन अब योगी सरकार के आने से यहाँ के चोर एवं राजनीतिक रसूकदार कबाडी जेल में बंद हैं।

इस मार्केट का नेटवर्क ऐसा था कि नेपाल और भूटान में भी चोरी होने वाली गाड़ियां कटाई के लिए मेरठ आने लगी थीं। वहीं इस सोतीगंज के कबाड़ मार्केट में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान की विंटेज गाड़ियों के पार्ट पुर्जे मिल जाने लगे। यहां तक कि 45 साल पहले बंद हो चुकी ऐंबेसडर के ब्रेक पिस्टन से लेकर महिंद्रा जीप क्लासिक के गेयर बॉक्स यहां मिल जाते थे। किसी भी गाड़ी का इंजन, पहिया व अन्य पुर्जे निकाल कर देश के अलग अलग हिस्सों में भेज दिया जाता था।

मेरठ में एसएसपी बनकर आए आईपीएस अजय साहनी को इनपुट मिला कि वाहन चोरी और चोरी के वाहनों की कटाई का मुख्य अड्डा मेरठ में है। उन्होंने अपने एएसपी डॉ. ईरज राजा को इस नेटवर्क का सफाया करने का आदेश दिया। डॉ. ईरज राजा ने इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए काफी काम किया। बाद में उनका तबादला हो गया। फिर 15 जून 2021 को मेरठ में एसएसपी बनकर आए प्रभाकर चौधरी. उन्होंने ड्यूटी ज्वाइन किया और तुरंत छुट्टी पर चले गए. लोगों को लगा कि वह अपने घर गए हैं, लेकिन बाद में पता चला कि वह अपने छुट्टी के इन दो तीन दिनों में मैला कुचला कुर्ता पैजामा और सिर पर पगड़ी बांध कर सोतीगंज घूम रहे थे।

तीन दिनों में प्रभाकर चौधरी ने सोतीगंज के काले बाजार का सारा कच्चा चिट्ठा निकाल लिया और ड्यूटी पर लौटने के साथ ही उन्होंने 100 से अधिक पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर, लाइन हाजिर और सस्पेंशन के साथ उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की कवायद शुरू कर दी। पहले ही दिन उन्होंने जिले के टॉप अधिकारियों के साथ मीटिंग की और पहले दिन की पहली ही रात से छापेमारी शुरू कर दी। इसका नतीजा आज सबके सामने है। दो दर्जन से अधिक बड़े और दो सौ से अधिक छोटे कबाड़ी जेल जा चुके हैं। इनकी अरबों रुपये की संपत्ति कुर्क हो चुकी है।

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