10 फरवरी से 2 मार्च तक जिला भर में चलाए गए सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए) अभियान के दौरान कुल 79% लोगों को कराई गई फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन

– जिलेभर में सर्वाधिक टेटिया बंबर प्रखंड में 84% लोगों को फाइलेरिया की दवा के रूप में खिलाई गई डीईसी और अल्बेंडाजोल कि टैबलेट्स 

– जिले की कुल जनसंख्या 16,55,770 में से 13,06,641 लोगों को खिलाई गई फाइलेरिया कि दवा

मुंगेर-

10 फरवरी से 2 मार्च तक जिले भर में चलाए गए सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए) अभियान के दौरान कुल 79% लोगों को कराई गई फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन। इस आशय कि जानकारी जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि जिला कि कुल जनसंख्या 16,55,770 में से 13, 74,483 को फाइलेरिया रोधी दवा के रूप में अल्बेंडाजोल और डीईसी दवाओं का सेवन कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इनमें से कुल 13,06,641 लोगों को आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से फाइलेरिया कि दवा का सेवन करवाया गया। इस दौरान दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, एक सप्ताह के अंदर मां बनने वाली महिलाओं और गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को फाइलेरिया कि दवा का सेवन नहीं करवाया गया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पहली बार शुरू के तीन दिनों तक जिला भर के विभिन्न स्कूलों में बूथ लगाकर बच्चों और शिक्षकों को फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करवाया गया। इसकी वजह से इस वर्ष मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान 14 दिनों से बढ़कर 17 दिनों का हो गया। इसके अलावा इस वर्ष पहली बार जिला के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा बूथ लगाकर वहां इलाज के लिए आने वाले सभी लोगों को फाइलेरिया के बारे में जागरूक करते हुए उनको फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करवाया गया। इस पूरे अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मियों के अलावा आईसीडीएस, शिक्षा, जीविका, नगर विकास एवम आवास विभाग के अलावा कई अन्य विभाग के अधिकारियों और कर्मियों का पूरा सहयोग मिला । इस पूरे अभियान को स्वास्थ्य विभाग कि कई सहयोगी संस्था जैसे पीसीआई, पिरामल स्वास्थ्य,  सीफार के जिला प्रतिनिधियों ने अपना पूरा योगदान देकर सफल बनाया। उन्होंने बताया कि जिला भर में फाइलेरिया कि दवा से दुष्प्रभावित होने वाले लोगों कि कुल संख्या जहां 454 रही वहीं दवा खाने से इंकार करने वाले लोगों कि कुल संख्या 129 रही। 

जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार पंकज कुमार प्रणव ने बताया कि जिला भर में जहां कुल  79% लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा के रूप में अल्बेंडाजोल और डीईसी दवाओं का सेवन करवाया गया है वहीं प्रखंडों कि यदि बात की जाय तो टेटिया बंबर प्रखंड में सबसे अधिक 84% लोगों को फाइलेरिया कि दवा खिलाई गई। उन्होंने बताया कि असरगंज और बरियारपुर प्रखंड में 80- 80% लोगों को फाइलेरिया कि दवा खिलाई गई। इसी तरह धरहरा प्रखंड में 75%, हवेली खड़गपुर प्रखंड में 79%, जमालपुर प्रखंड में 81%, सदर प्रखंड में 75%, संग्रामपुर प्रखंड में 83%, तारापुर प्रखंड में 83% और मुंगेर शहरी क्षेत्र में 72% लोगों को फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करवाया गया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पहली बार सहयोगी संस्था सीफार के सहयोग से विभिन्न प्रखंडों में पेशेंट प्लेटफार्म का गठन फाइलेरिया पेशेंट के माध्यम से लोगों को फाइलेरिया के बारे में जागरूक करते हुए दवा सेवन के लिए प्रेरित किया गया। इसी प्रकार अन्य सहयोगी संस्थाओं के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधि कि मदद से हार्ड टू रीच एरिया में जाकर उनके सामने खुद फाइलेरिया कि दवा का सेवन करते हुए सभी लोगों को फाइलेरिया कि दवा का सेवन करवाया गया। इसके अलावा जिला मुख्यालय स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज सहित कई कॉलेज, आईटीसी, पुलिस मुख्यालय, जेल, बाल सुधार गृह सहित कई सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में जाकर उन्हें जागरूक करते हुए फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करवाया गया।

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