श्रीनगर में रिकॉर्ड मतदान के बाद अब बारामूला में भी वोटिंग में उछाल की उम्मीद है। श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र में 1989 के बाद रिकॉर्ड मतदान हुआ है और पहली बार बहिष्कार वाले क्षेत्रों में हुई बम्पर वोटिंग कहीं ना कहीं यहां के लोगों का गणतंत्र पर विश्वास को दर्शा रहा है. वहीं, श्रीनगर लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड प्रतिशत वोट के बाद नियंत्रण के रेखा समीप वाली बारामूला लोकसभा सीट पर भी इस बार भारी मतदान की उम्मीद की जा रही है।
युवाओं की इस बार की भागेदारी से यह संकेत भी मिलने लगा है कि कश्मीर में अब बंदूक से ज्यादा वोट पर भरोसा लोगों का हो रहा है। बारामूला निर्वाचन क्षेत्र में 18 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। बारामूला लोकसभा क्षेत्र कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपुर जिलों में फैला हुआ है और परिसीमन के बाद इसमें बडगाम और बीरवाह जोड़ा गया है। जिनमें से उरी, पट्टन, सोपोर, बारामूला, गुलमर्ग, रफियाबाद और संग्रामा बारामूला जिले में हैं, जबकि करनाह, कुपवाड़ा, हंदवाड़ा, लोलाब और लंगेट कुपवाड़ा जिले का हिस्सा है। शेष तीन खंड बांदीपुर जिले का हिस्सा है। बडगाम जिले से दो विधानसभा क्षेत्र बडगाम और बीरवाह भी इसी क्षेत्र से जोड़े गए हैं।
नियंत्रण रेखा से सट्टे जिलों की वजह से यहां सुरक्षा व्यवस्था, सुरक्षाबलों की हमेशा एक प्राथमिकता रहती है और जम्मू-कश्मीर पुलिस के कश्मीर जोन के आईजी वीके बिरदी के अनुसार सुरक्षा के सभी प्रबंध सुरक्षा एजेंसियों के तालमैल और चुनाव आयोग की दिशानिर्देशों के अनुसार की गई है।