विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई से शुरू होने वाले जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा को सफल बनाने में आईसीडीएस सहित अन्य विभाग भी करें सहयोग : सिविल सर्जन

: स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से रात्रि चौपाल का आयोजन कर लोगों को करें जागरूक : डीपीएम

: जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा के दौरान लगभग 750 महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी करवाने का मिला है लक्ष्य : डीसीएम

मुंगेर-

विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई से शुरू होने वाले जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा को सफल बनाने में आईसीडीएस सहित अन्य विभाग भी करें सहयोग। उक्त बातें गुरुवार को मुंगेर संग्रहालय सभागार में 11 से 31 जुलाई तक आयोजित होने वाले जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा को लेकर आयोजित अंतरविभागीय समन्वय बैठक कि अध्यक्षता करते हुए सिविल सर्जन डॉक्टर विनोद कुमार सिन्हा ने कही। उन्होंने बताया कि “विकसित भारत कि नई पहचान, परिवार नियोजन हर दंपती कि शान ” कि थीम पर विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई के अवसर पर 11 से 31 जुलाई के दौरान जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा मनाया जाएगा। इसको लेकर अभी 27 जून से 10 जुलाई तक सामुदायिक उत्प्रेरण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। परिवार नियोजन के इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गुरुवार को आईसीडीएस, जीविका, पंचायती राज विभाग, महादलित विकास मिशन के साथ अंतर विभागीय बैठक आयोजित की गई जिसमें इन विभागों के अधिकारियों के अलावा स्वास्थ्य विभाग के जिला और प्रखंड स्तर पर कार्यरत अधिकारी और सभी सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए।

अंतरविभागीय समन्वय बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) मो. फैजान आलम अशरफी ने बताया कि 11 से 31 जुलाई तक चलने वाले जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा को सफल बनाने के लिए आप लोग प्रखंडों में स्थानीय जनप्रतिनिधि के रूप में मुखिया या सरपंच और शहरी क्षेत्र में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के क्षेत्र में स्थानीय जनप्रतिनिधि के रूप में नगर निगम और नगर परिषद के वार्ड मेंबर को शामिल करते हुए रात्रि चौपाल का आयोजन करें और लोगों परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधन के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए जागरूक करें। रात्रि चौपाल के आयोजन के लिए स्थल का चयन करते समय इस बात का ध्यान रखें कि उस क्षेत्र में परिवार नियोजन के लिए योग्य दंपतियों कि संख्या अच्छी हो, उस क्षेत्र में अभी तक बहुत ही कम लोगों ने परिवार नियोजन के साधन अपनाए हों या फिर वहां तक अभी तक परिवार नियोजन कि सुविधा सही तरीके से नहीं पहुंच पाई हो। रात्रि चौपाल के दौरान लोगों के सामने स्थानीय आशा कार्यकर्ता, एएनएम के द्वारा बास्केट ऑफ च्वाइस के रूप में परिवार नियोजन के अस्थाई साधन उपलब्ध कराएं जाएं और महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी के लिए चिन्हित लोगों को स्वास्थ्य केंद्र बुलाकर परिवार नियोजन कि सुविधा उपलब्ध करवाई जाए।

बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला स्वास्थ्य समिति के जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) निखिल राज ने बताया कि जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा के दौरान महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी के लिए लगभग 750 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन डॉक्टर विनोद कुमार सिन्हा के द्वारा इस वर्ष महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी कराने के बाद डिस्चार्ज होने के साथ ही प्रोत्साहन राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम के अंतर्गत जिला के विभिन्न पीएचसी और सीएचसी, अनुमंडल अस्पताल तारापुर और सदर अस्पताल मुंगेर में फिक्स्ड डे सर्विस का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष सारथी रथ पर बैठकर आशा कार्यकर्ता क्षेत्र में जाएगी और योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन का महत्व समझाते हुए उन्हें बास्केट ऑफ च्वाइस में उपलब्ध अस्थाई साधन उपलब्ध करवाएगी और महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी के लिए योग्य लोगों को जागरूक करते हुए स्वास्थ्य संस्थानों तक लेकर आएगी। उन्होंने बताया कि इस बार परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता को लेकर सदर अस्पताल मुंगेर से साइकिल रैली का आयोजन किया जाएगा।

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