विश्व हिन्दी दिवस की कोटि कोटि शुभकामनाएं

*विश्व हिंदी दिवस 10जनवरी*

*अंतरराष्ट्रीय भाषा के रूप में प्रचार-प्रसार करने के लिए विश्व भर में भी लोग मनाते हैं हिंदी दिवस*हिन्दी बोलने का प्रयास करें…*

ये वो उर्दू के शब्द जो आप प्रतिदिन प्रयोग करते हैं, इन शब्दों को त्याग कर मातृभाषा का प्रयोग करें…
फिल्मकारों, टीवी सीरियल बनाने वालों, विज्ञापन बनाने वालों और अखबार बनाने वाले लोगों ने साजिश पूर्वक ये शब्द हिंदी भाषा में घुसेड़ दिये हैं। हिंदी की पाठ्यपुस्तकों में तो वामपंथियों षड्यंत्रपूर्वक इनको हिंदी शब्दों का पर्यावाची (समान अर्थ वाले) बताया है। तो कुछ सब्दों को विदेशज शब्द कह कर पढ़ाया है।*

*उर्दू* *हिंदी*
01 ईमानदार – निष्ठावान
02 इंतजार – प्रतीक्षा
03 इत्तेफाक – संयोग
04 सिर्फ – केवल, मात्र
05 शहीद – बलिदान
06 यकीन – विश्वास, भरोसा
07 इस्तकबाल – स्वागत
08 इस्तेमाल – उपयोग, प्रयोग
09 किताब – पुस्तक
10 मुल्क – देश
11 कर्ज – ऋण
12 तारीफ – प्रशंसा
13 तारीख – दिनांक, तिथि
14 इल्ज़ाम – आरोप
15 गुनाह – अपराध
16 शुक्रिया – धन्यवाद, आभार
17 सलाम – नमस्कार, प्रणाम
18 मशहूर – प्रसिद्ध
19 अगर – यदि
20 ऐतराज – आपत्ति
21 सियासत – राजनीति
22 इंतकाम – प्रतिशोध
23 इज्जत – मान, प्रतिष्ठा
24 इलाका – क्षेत्र
25 एहसान – आभार, उपकार
26 अहसानफरामोश – कृतघ्न
27 मसला – समस्या
28 इश्तेहार – विज्ञापन
29 इम्तेहान – परीक्षा
30 कुबूल – स्वीकार
31 मजबूर – विवश
32 मंजूरी – स्वीकृति
33 इंतकाल – मृत्यु, निधन
34 बेइज्जती – तिरस्कार
35 दस्तखत – हस्ताक्षर
36 हैरानी – आश्चर्य
37 कोशिश – प्रयास, चेष्टा
38 किस्मत – भाग्य
39 फैसला – निर्णय
40 हक – अधिकार
41 मुमकिन – संभव
42 फर्ज – कर्तव्य
43 उम्र – आयु
44 साल – वर्ष
45 शर्म – लज्जा
46 सवाल – प्रश्न
47 जवाब – उत्तर
48 जिम्मेदार – उत्तरदायी
49 फतह – विजय
50 धोखा – छल
51 काबिल – योग्य
52 करीब – समीप, निकट
53 जिंदगी – जीवन
54 हकीकत – सत्य
55 झूठ – मिथ्या, असत्य
56 जल्दी – शीघ्र
57 इनाम – पुरस्कार
58 तोहफा – उपहार
59 इलाज – उपचार
60 हुक्म – आदेश
61 शक – संदेह
62 ख्वाब – स्वप्न
63 तब्दील – परिवर्तित
64 कसूर – दोष
65 बेकसूर – निर्दोष
66 कामयाब – सफल
67 गुलाम – दास
68 जन्नत -स्वर्ग
69 जहरनुम -नर्क
70 खौफ -डर
71 जश्न -उत्सव
72 मुबारक -बधाई/शुभेच्छा
73 लिहाजा -अर्थात
74 निकाह -विवाह/शादि
75 आशिक -प्रेमी
76 मासुका -प्रेमिका
77 हकीम -वेध
78 नवाब -राजसाहब
79 रुह -आत्मा
80 खुदखुशी -आत्महत्या
81 इजहार -प्रस्ताव
82 बादशाह -राजा/महाराजा
83 ख़्वाहिश -महत्वाकांक्षा
84 जिस्म -शरीर/अंग
85 हैवान -दैत्य/असुर
86 रहम -दया
87 बेरहम -बेदर्द/दर्दनाक
88 खारिज -रद्द
89 इस्तिफा -राजिनामा
90 रोशनी -प्रकाश
91मसिहा -देवदुत
92 पाक -पवित्र
93 कत्ल -हत्या
94 कातिल -हत्यारा
95 इस्तिफा -त्यागपत्र

इनके अतिरिक्त हम प्रतिदिन अनगिनित उर्दू शब्द प्रयोग में लेते हैं ! क्या आपको पता है चीन और जापान में उर्दू, अरबी, फ़ारसी पढ़ने और पढ़ाने पर 7 साल की सजा है।

*भाषा बचाइये, संस्कृति बचाइये…*

 

*#विश्व_हिंदी_दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।*

हिंदी का शब्दकोष बहुत विशाल है और एक-एक भाव को व्यक्त करने के लिए सैकड़ों शब्द हैं जो अंग्रेजी एवं अन्य भाषाओं में नही हैं। हिंदी भाषा संसार की उन्नत भाषाओं में सबसे अधिक व्यवस्थित भाषा है।

हिंदी भाषा इसलिये दुनिया में प्रिय बन रही है क्योंकि इस भाषा को देवभाषा संस्कृत से लिया गया है जिसमें मूल शब्दों की संख्या 2,50,000 से भी अधिक है। जबकि अंग्रेजी भाषा के मूल शब्द केवल 10,000 ही हैं ।

विदेशों में हिन्दी भाषा का उपयोग बढ़ रहा है लेकिन अफ़सोस की बात ये है कि हमारे देश में ही कुछ आधुनिकता प्रेमी बोलने में संकोच करते हैं, कुछ वकील और संसद हिंदी नहीं बोलना जानते हैं।

आज सारे संसार की आशादृष्टि भारत पर टिकी है । हिन्दी की संस्कृति केवल देशीय नहीं सार्वलौकिक है क्योंकि अनेक राष्ट्र ऐसे हैं जिनकी भाषा हिन्दी के उतनी करीब है जितनी भारत के अनेक राज्यों की भी नहीं है । इसलिए हिन्दी की संस्कृति को विश्व को अपना अंशदान करना है ।

 

 

 

🚩विश्व हिंदी दिवस -10 जनवरी 2020🚩

🚩भारतीय अपना राष्ट्रभाषा दिवस भूल गये, आज था विश्व हिन्दी दिवस, जानिये इतिहास

10 जनवरी 2020

🚩हिंदी का शब्दकोष बहुत विशाल है और एक-एक भाव को व्यक्त करने के लिए सैकड़ों शब्द हैं जो अंग्रेजी एवं अन्य भाषाओं में नही हैं। #हिंदी भाषा संसार की उन्नत भाषाओं में सबसे अधिक व्यवस्थित भाषा है।

🚩आज (10 जनवरी) विश्व हिंदी दिवस है , ये हमारी वो राष्ट्रभाषा है जिसका मूल देवनागरी लिपि माना जाता है।

🚩दुनिया में पहला विश्व हिंदी दिवस भारत में नहीं बल्कि नार्वे में मनाया गया था । नार्वे में पहला विश्व हिन्दी दिवस भारतीय दूतावास ने तथा दूसरा और तीसरा विश्व हिन्दी दिवस भारतीय नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम के तत्वाधान में लेखक सुरेशचन्द्र शुक्ला की अध्यक्षता में बहुत धूमधाम से मनाया गया था।

🚩इन्दिरा गाँधी भारतीय सांस्कृतिक केन्द्र के सभागार में, रविवार 10 जनवरी 2010 को, विश्व हिन्दी सचिवालय, शिक्षा, संस्कृति एवं मानव संसाधन मन्त्रालय, भारतीय उच्चायोग, इन्दिरा गाँधी भारतीय सांस्कृतिक केन्द्र तथा हिन्दी संगठन के मिले-जुले सहयोग से विश्व हिन्दी दिवस 2010 मनाया गया।

🚩जिसमें मुख्य अतिथि हंगरी के भारोपीय शिक्षा विभाग से आई हुई डॉ. मारिया नेज्यैशी थी इस उपलक्ष्य पर विश्व हिन्दी सचिवालय की एक रचना (एक विश्व हिन्दी पत्रिका) का भी लोकार्पण गणराज्य के राष्ट्रपति माननीय सर अनिरुद्ध जगन्नाथ जी के कर-कमलों द्वारा हुआ। इस अवसर पर भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर पर कविता-प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया, सम्मान उन सभी नवोदित कवियों का वास्तव में रहा जिनको अपनी कलात्मकता प्रेषित करने का एक मंच प्राप्त हुआ।

🚩विश्व में हिन्दी का विकास करने और इसे प्रचारित-प्रसारित करने के उद्देश्य से विश्व हिन्दी सम्मेलनों की शुरुआत की गई और प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन 10 जनवरी, 1975 को नागपुर में आयोजित हुआ था। इसीलिए इस दिन को विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

🚩अपने अधिकतर भाषण अंग्रेजी में ही देने वाले भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री डॉ. मनमोहन सिंह ने 10 जनवरी, 2006 को प्रति वर्ष विश्व हिन्दी दिवस के रूप मनाये जाने की घोषणा की थी। उसके बाद से भारतीय विदेश मंत्रालय ने विदेश में 10 जनवरी 2006 को पहली बार विश्व हिन्दी दिवस मनाया था। इसका उद्देश्य विश्व में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को अन्तराष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है। विदेशों में भारत के दूतावास इस दिन को विशेष रूप से मनाते हैं। सभी सरकारी कार्यालयों में विभिन्न विषयों पर हिन्दी में व्याख्यान आयोजित किये जाते हैं।

🚩हिंदी दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जा रही है

🚩दुनिया में हिंदी बोलने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 2015 के आंकड़ों के अनुसार #हिंदी दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली #भाषा बन चुकी है।

🚩2005 में #दुनिया के 160 #देशों में हिंदी बोलने वालों की अनुमानित संख्या 1,10,29,96,447 थी। उस समय चीन की मंदारिन भाषा बोलने वालों की संख्या इससे कुछ अधिक थी। लेकिन 2015 में दुनिया के 206 देशों में करीब 1,30,00,00,000 (एक अरब तीस करोड़) लोग हिंदी बोल रहे हैं और अब #हिंदी बोलने वालों की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा हो चुकी है। चीन के 20 विश्वविद्यालयों में भी हिंदी पढ़ाई जा रही है।

🚩भारत देश में 78 फीसद लोग बोलते हैं, हिंदी के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा चीन की मंदारिन है। लेकिन मंदारिन बोलने वालों की संख्या चीन में ही भारत में हिंदी बोलने वालों की संख्या से काफी कम है।

🚩चीनी न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की एक #रिपोर्ट के अनुसार केवल 70 फीसद चीनी ही मंदारिन बोलते हैं। जबकि भारत में #हिंदी बोलने वालों की संख्या करीब 78 फीसद है। दुनिया में 64 करोड़ लोगों की #मातृभाषा हिंदी है। जबकि 20 करोड़ लोगों की दूसरी भाषा, एवं 44 करोड़ लोगों की तीसरी, चौथी या पांचवीं भाषा हिंदी है।

🚩भारत के अलावा मॉरीशस, सूरीनाम, फिजी, गयाना, ट्रिनिडाड और टोबैगो आदि देशों में हिंदी बहुप्रयुक्त भाषा है। भारत के बाहर फिजी ऐसा देश है, जहां हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्राप्त है।

🚩हिंदी को वहां की संसद में प्रयुक्त करने की मान्यता प्राप्त है। मॉरीशस में तो बाकायदा “विश्व हिंदी सचिवालय” की स्थापना हुई है, जिसका उद्देश्य ही हिंदी को विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित करना है।

🚩आपको बता दें कि शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने अपनी सिफारिशों में #सरकारी और निजी दोनों संस्थानों में से धीरे-धीरे अंग्रेजी को हटाने और भारतीय भाषाओं को शिक्षा के सभी स्तरों पर शामिल करने पर जोर दिया है। साथ ही आईआईटी, आईआईएम और एनआईटी जैसे अंग्रेजी भाषाओं में पढ़ाई कराने वाले संस्थानों में भी #भारतीय भाषाओं में शिक्षा देने की सुविधा देने पर जोर दिया गया है।

हिंदी भाषा इसलिये दुनिया में प्रिय बन रही है क्योंकि #इस भाषा को देवभाषा #संस्कृत से लिया गया है जिसमें मूल शब्दों की संख्या 2,50,000 से भी अधिक है। जबकि अंग्रेजी भाषा के मूल शब्द केवल 10,000 ही हैं ।

🚩हिंदी का शब्दकोष बहुत विशाल है और एक-एक भाव को व्यक्त करने के लिए सैकड़ों शब्द हैं जो अंग्रेजी एवं अन्य भाषाओं में नही हैं। #हिंदी भाषा संसार की उन्नत भाषाओं में सबसे अधिक व्यवस्थित भाषा है।

🚩इंटरनेट पर अंग्रेजी को पछाड़कर राज करेगी हिंदी

🚩#गूगल और #केपीएमजी की एक संयुक्त रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया गया है कि वर्ष 2021 तक इंटरनेट पर भारतीय भाषाओं का राज होगा । हिंदी, बांग्ला, मराठी, तमिल और तेलुगु आदि #भारतीय भाषाओं के यूजर्स तेजी से बढ़ेंगे और अंग्रेजी के दबदबे को #खत्म कर देंगे ।

🚩विदेशों में हिन्दी भाषा का उपयोग बढ़ रहा है लेकिन अफ़सोस की बात ये है कि हमारे देश में ही कुछ आधुनिकता प्रेमी बोलने में संकोच करते हैं, कुछ वकील और संसद हिंदी नहीं बोलना जानते हैं।

🚩आज मैकाले की वजह से ही हमने मानसिक गुलामी बना ली है कि अंग्रेजी के बिना हमारा काम चल नहीं सकता । लेकिन आज दुनिया में हिंदी भाषा का महत्व जितना बढ़ रहा है उसको देखकर समझकर हमें भी हिंदी भाषा का उपयोग अवश्य करना चाहिए ।

🚩अपनी राष्ट्र एवं मातृभाषा की गरिमा को पहचानें ।
सरकारी विभाग, एवं इंटरनेट आदि सभी स्तर पर हिंदी का उपयोग करना चाहिए एवं #अपने बच्चों को अंग्रेजी (कन्वेंट स्कूलो) में शिक्षा दिलाकर उनके विकास को अवरुद्ध न करें । उन्हें मातृभाषा (गुरुकुलों) में पढ़ने की स्वतंत्रता देकर उनके चहुँमुखी विकास में सहभागी बनें ।

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