25 मार्च को मायागंज अस्पताल में दोनों को कराया गया था भर्ती एक और रिपोर्ट निगेटिव आने पर दोनों को अस्पताल से छुट्टी मिलेगी
भागलपुर, 03 अप्रैल-
कतर से आये युवक के संपर्क में आने से कोरोना वायरस की शिकार हुई महिला व बच्चे ने सात दिनों के जद्दोजहद के बाद आखिरकार जिंदगी की जंग जीत ली। पॉजीटिव पाये जाने के बाद दोनों का मायागंज अस्पताल में सात दिनों से इलाज चल रहा था। मंगलवार को दोनों का सैंपल लेकर पटना भेजा गया था। गुरुवार को आई रिपोर्ट में दोनों कोरोना निगेटिव पाये गये। हालांकि अस्पताल से छुट्टी एक और रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मिलेगी। शुक्रवार को सैंपल लेकर फिर पटना भेजा जाएगा। वहां से अगर निगेटिव रिपोर्ट आई तो दोनों को छुट्टी अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। मुंगेर जिले के कासिमनगर की रहने वाली 35 वर्षीय महिला और 12 वर्षीय किशोर को 25 मार्च की शाम 5:10 बजे मायागंज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। दोनों का इलाज मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजकमल चौधरी की यूनिट में चल रहा था। डॉ. चौधरी के मुताबिक, महिला व बच्चे को लगातार एंटी वायरल दवा दी जा रही थी। दोनों को सर्दी, खांसी, बुखार व सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। हर छह घंटे पर दोनों की सेहत की जांच व मॉनिटरिंग के बाद तबीयत में सुधार हुआ। मंगलवार को दोनों का सैंपल पटना स्थित आरएमआरआई भेजा गया। गुरुवार को आई रिपोर्ट में दोनों कोरोना के संक्रमण से मुक्त पाये गये। इलाज के बाद कोरोना पॉजीटिव मरीज के स्वस्थ होने का यह भागलपुर समेत पूर्वी बिहार का पहला मामला है। वहीं अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल ने कहा कि आईसीएमआर यानी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार, कोरोना पॉजीटिव मरीज अगर दो बार कोरोना जांच में निगेटिव पाया जायेगा, तभी उसे अस्पताल से छुट्टी मिलेगी। ऐसे में दोनों की शुक्रवार को फिर जांच करायी जायेगी। रिपोर्ट निगेटिव आयी तो दोनों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जायेगा।