सोशल डिस्टेंसिंग नियम हमारी ही सुरक्षा के लिए: डॉ देवेंद्र

कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने से फैलती है यह बीमारी
लखीसराय: कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर लॉकडाउन का उद्देश्य आमजनता को जबरदस्ती घर में नहीं रखना है. लॉकडाउन का उद्देश्य शारीरिक दूरी बनाना है ताकि संक्रमण को रोका जा सके. कोरोना वायरस की बीमारी संक्रमण की श्रेणी में आती हैं. एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में यह बीमारी एक दूसरे के संपर्क में आने से होती है.
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवेंद्र चौधरी ने लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग पर विस्तार से जानकारी देने के साथ ही लोगों को घरों में ही रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग पर इसलिए जोर दिया जा रहा है कि कोरोना वायरस का संक्रमण संक्रमित व्यक्ति के खांसने व छींकने से फैलता है. खांसने या थूकने के दौरान विषाणु शरीर से निकल कर हवा में फैल जाते हैं. ये सांस के रास्ते दूसरे व्यक्ति के शरीर में पहुंच जाते हैं. इसके अलावा यदि संक्रमित व्यक्ति के छींकने व खांसने से निकली बूंद के माध्यम से विषाणु ऐसी जगह​ पहुंचते जाते हैं जहां पर ये आसानी से हाथों के संपर्क में आ जाते हैं. ऐसे में यदि कोई स्वस्थ्य व्यक्ति विषाणु के संपर्क में आता है तो वह आंख, नाक या मुंह छूने के कारण शरीर में पहुंच जाता है. सोशल डिस्टेंसिंग में संक्रमित व्यक्ति के लक्षणों तक आम लोगों को उनसे दूर रहने पर बल दिया जाता है. ताकि ऐसे लोगों का संपर्क टूट सके और संक्रमण को रोका जा सके. कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है.
स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए नियमों का करें पालन:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी अशोक चौधरी ने बताया यदि हम सोशल डिटेन्सिंग का पालन नहीं कर रहे है तो ये हमारी गलती है. इस बात को लेकर प्रधानमंत्री भी जनता से संवाद कर रहे हैं. इसके साथ ही सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं लोगों को मुहैया कराने के लिए विभाग मुस्तैदी से काम कर रहा है. इन नियमों की अवहेलना न हो यह हम सबकी जिम्मेदारी है. इसके साथ ही हमलोग कई तरह से लोगों की मदद कर सकते हैं. समय की मांग है कि हम सूझबूझ कर काम करें.
स्वास्थ्य मंत्रालय का निर्देश, धोयें समय समय पर हाथ:
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किये गये हैं. निर्देश में कहा गया है कि नियमित हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्‍कोहल आधारित सेनिटाइजर का इस्‍तेमाल किया जाना चाहिए. खांसते और छींकते समय नाक और मुंह पर रूमाल या टिश्‍यू पेपर रखें. कोल्‍ड और फ्लू के लक्षण वाले लोगों से संपर्क में आने से बचें.
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