भागलपुर, कोसी व पूर्णिया प्रमंडल के कोरोना मरीजों का होगा इलाज
स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव ने अस्पताल प्रशासन को भेजा पत्र
भागलपुर, छह अप्रैल
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम को लेकर राज्य सरकार का प्रयास युद्धस्तर पर जारी है। इसी के तहत सरकार ने भागलपुर स्थित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) को कोरोना मरीजों के इलाज के लिए सुविधाओं से लैस करने का फैसला किया है। दो दिन बाद अस्पताल को सामान्य मरीजों के इलाज के लिए बंद कर दिया जाएगा। यहां पर भागलपुर, कोसी व पूर्णिया प्रमंडल के सभी जिलों से आने वाले कोरोना के मरीजों को भर्ती कर उनकी जांच व इलाज किया जायेगा।
इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव कौशल किशोर ने जेएलएनएमसीएच के प्राचार्य डॉ. हेमंत कुमार सिन्हा व अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हए पहले ही नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय को विकसित किया जा चुका है। अब कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर जेएलएनएमसीएच को पूरी तरह से कोरोना के मरीजों के लिए समर्पित किये जाने का निर्णय हुआ है। दो दिन के अंदर इस अस्पताल को पूरी तरह से कोरोना मरीजों के लिए तैयार किया जाए।
यहां के गंभीर मरीजों को भेजा जायेगा नालंदा
सोमवार सुबह तक मायागंज अस्पताल के विभिन्न विभागों में भर्ती करीब 200 मरीजों का इलाज चल रहा है। आदेश में कहा गया है कि मायागंज अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों को तत्काल बर्द्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी नालंदा में स्थानांतरित कर दिया जाए। इसे लेकर भागलपुर जिला प्रशासन को तैयारी करने को कहा गया है।
कमिश्नर की अध्यक्षता में जल्द होगी बैठक
जेएलएनएमसीएच को कोरोना मरीजों के लिए पूरी तरह से तैयार करने से लेकर गंभीर मरीजों को पावापुरी अस्पताल में ट्रांसफर किये जाने तक की पूरी जिम्मेदारी आयुक्त वंदना किनी को दी गयी है। जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल ने बताया कि इस बाबत कमिश्नर की अध्यक्षता में जल्द बैठक होगी। बैठक में आदेश को अमल में लाने की पूरी रूपरेखा तैयार की जायेगी। बैठक में यहां के मरीजों को नालंदा भेजने पर भी रूपरेखा तय होगी।