घर घर जाकर कर चिकित्सक कर रहे मरीज का इलाज

सामान्य मर्ज की इलाज के लिए करें हेल्प लाइन नंबर  06346 -233090 पर फोन
लखीसराय  , 7 अप्रैल: जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम को लेकर मुस्तैदी से काम कर रही है. कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की पहचान को लेकर जहां भौतिक सत्यापन कराने का काम तेजी पर है वहीं सदर अस्पताल द्वारा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है. इस हेल्पलाइन की मदद से कोरोना वायरस से अलग विभिन्न तरह के रोगों से प्रभावित मरीजों के बारे में सूचना दी जा सकती है. हेल्पलाइन से प्राप्त सूचना के बाद डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की टीम उनके घर जाती है और उनका इलाज करती है. पंचायतों में लोगों को सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए मोबाइल क्लिनिक की व्यवस्था की गयी है.
सिविल सर्जन डॉ सुरेश शरण ने बताया कि लखीसराय सदर अस्पताल द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है और विभिन्न स्तर पर डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की टीम बनाई गयी है. हेल्प लाइन नंबर पर फोन करने कर मरीज के बारे में बताया जाता है. इसके बाद स्वास्थ्यर्मियों की टीम लोगो के घर पर जाती है और उनके स्वास्थ्य की जांच करती है. उन्होंने बताया कि हे कदम इस लिए उठाया गया है की  कोरोना संक्रमण के मद्देनजर निजी क्लिनिक एवं नर्सिंग होम बंद रखने का आदेश दिया गया है. ताकि भीड़ होने का खतरा नहीं रहे. लेकिन इन सबके बीच जो लोग सामान्य रोग जैसे डाबिटीज, ह्रदय संबंधित समस्या या अन्य किसी प्रकार की बीमारी से परेशान है तो उन्हें उनके घर पर ही स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराया जा सकता है. इसको लेकर दो हेल्प लाइन नंबर जारी किये गये हें. इनमें पहला हेल्प लाइन नंबर 06346 -233090 है दूसरा 06346 -233091 ,तीसरा 06346 -233092,चौथा 06346 -233093 जबकि पाँचवा  हेल्प लाइन नंबर 06346 -233094 जारी किया गया है. इन दो नंबरों पर किसी भी समय चिकित्सकों को आवश्यक इलाज के संबंध में बात किया जा सकता है. जिला में चार टीम है और चार वाहनों की मदद से गांव गांव जाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
हेल्प लाइन नंबरों पर दें बीमारी की जानकारी :
जिला सदर द्वारा  जारी हेल्प लाइन पर फोन कर के  गैर-संचारी रोगो की जानकारी देने पर टीम  उस जगह  जा कर लोगो का इलाज करती है साथ ही साथ  टीम  होम-कोरोंटाइन मे रह रहे लोगो का भी ट्रैकिंग करती है ।  टीम 24/7 घंटे लोगो के सूचना पर काम  कर रही है । ये सुविधा इस कारण दी जा  रही है की सदर के साथ पीएचसी स्तर तक ओपीडी सेवा बंद है एवं निजी अस्पताल के साथ निजी डॉक्टर की भी सेवा बंद है । हालाँकि निजी अस्पताल को बंद कराने का निर्णय जिला –प्रशासन के द्वारा लिया गया  है पर उनको फोन द्वारा चिकित्सय सलाह देने का परामर्श भी दिया गया है ।
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