-अगर मरीज की देखभाल कर रहे तो जरूर पहनें मास्क
-मास्क नहीं लगाने पर सोशल डिस्टेंसिंग का करें पालन
भागलपुर, 10 अप्रैल:
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम को लेकर तमाम तरीके अपनाए जा रहे हैं। सरकार ने लॉकडाउन कर लोगों से घरों में रहने की अपील की है तो लोग भी खुद को इस महामारी से बचाव को लेकर काफी सावधानी बरत रहे हैं। कुछ लोग घर में हों या फिर बाहर, मास्क जरूर पहनते हैं। वहीं बहुत सारे ऐसे लोग भी मिल जाते हैं जो घर हो या बाहर, मास्क नहीं लगाते हैं। बहुत सारे लोग किसी भी सूरत में मास्क नहीं पहनना चाहते हैं। ऐसे में उनलोगों के लिए यह जानना जरूरी हो जाता है कि मास्क पहनना कितना जरूरी है। सीधे तौर पर इसका जवाब है मास्क पहनने की जरूरत है। लेकिन किस वक्त यह जानना बहुत ही जरूरी है।
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड के नोडल प्रभारी डॉ. हेमशंकर कहते हैं कि अगर आप मरीज के साथ हैं या ऐसे व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं जिसमें लक्षण दिख रहे हैं तो आपको अवश्य मास्क पहनने चाहिए। सार्वजनिक स्थान पर मास्क पहनकर घूमने से आपको कोई अतिरक्ति लाभ नहीं होगा। एयरपोर्ट जैसी जगह पर जहां दूसरे देशों से बहुत सारे यात्री आ रहे हैं, वहां ये पता लगाना मुश्किल होता है कि किसे इंफेक्शन है। ऐसे में अगर आप एयरपोर्ट पर खुद को भीड़ से दूर रखने की स्थिति में नहीं है तो मास्क पहनने का औचत्यि नहीं है। साक्ष्य बताते हैं कि मास्क पहनने से अतिरक्ति कोई लाभ नहीं होता। हां, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें। कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर अभी तक जो भी उपाय सामने आए हैं, उनमें सोशल डिस्टेंसिंग सबसे कारगर उपाय साबित हुआ है। यही करके हम कोरोना वायरस की चेन को खत्म कर सकते हैं।
चीन के वुहान शहर में कोरोना मरीजों के लिए काम करने वाले डॉ. संजीव चौबे का कहना है कि लोगों को घर से ही कम निकलना चाहिए। जब हम घर से नहीं निकलेंगे तो मास्क पहनने की ज्यादा जरूरत नहीं होगी। हां, अगर आपको खांसी या छिंक आती हो तो जरूर मास्क लगाएं। इससे आपके इर्द- गिर्द रहने वाले लोग संक्रमित होने से बचेंगे। स्वस्थ आदमी बगैर मास्क पहने भी खुद का बचाव कर सकते हैं। अपने हाथों को चेहरे पर नहीं जाने दें। नाक, आंख और मुंह पर हाथ रखने से बचें। अगर इतना कर सकते हैं तो मास्क नहीं भी पहनेंगे तो सुरक्षित रहेंगे।