मायागंज में सिर्फ कोरोना मरीजों का इलाज, इंडोर कराया खाली 

इमरजेंसी में 19 अप्रैल तक गंभीर मरीजों का होगा इलाज
20 अप्रैल से सिर्फ कोरोना मरीजों का किया जाएगा इलाज
भागलपुर, 10 अप्रैल
मायागंज अस्पताल में सिर्फ कोरोन मरीजों के इलाज को लेकर तैयारी युद्धस्तर पर चल रहा है। इसी क्रम में शु्क्रवार को इंडोर विभाग को खाली करा दिया गया। यहां भर्ती मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी। हालांकि हड्डी रोग विभाग में चार गंभीर मरीज अभी भी इलाजरत हैं। मायागंज अस्पताल के अधीक्षक आरसी मंडल ने बताया कि इंडोर सेवा को बंद कर दिया गया है। अब यहां पर सिर्फ कोरोना के संदिग्धों व पॉजीटिव मरीजों का इलाज होगा।
हालांकि अस्पताल प्रशासन ने 19 अप्रैल तक इमरजेंसी सेवा को बहाल रखने का निर्णय लिया है। अधीक्षक ने बताया कि इमरजेंसी में सिर्फ गंभीर मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जायेगा। यहीं से इन्हें डिस्चार्ज कर दिया जायेगा या फिर हालत बिगड़ने पर इलाज के लिए उच्च संस्थान के लिए रेफर कर दिया जायेगा। 20 अप्रैल से यहां की इमरजेंसी सेवा भी बंद कर दी जाएगी। मालूम हो कि राज्य सरकार के निर्देश पर अस्पताल प्रशासन यह कवायद कर रहा है। राज्य सरकार ने कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मायागंज अस्पताल को कोरोना के मरीजों के लिए तैयार करने का निर्देश दिया था। उसी क्रम में यह सब हो रहा है। यहां के मरीजों को सदर अस्पताल या फिर निजी क्लीनिकों में भर्ती किया जाएगा। गंभीर मरीजों को पावापुरी नालंदा भेजा जाएगा। इसकी तैयारी को लेकर प्रमंडलीय आयुक्त की अध्यक्षता में एक बैठक भी हो चुकी है, जिसमें शिफ्टिंग को लेकर रणनीति बनाई गई थी।
अभी कोरोना के मरीजों के लिए 100 बेड
मायागंज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में अभी 100 बेड की सुविधा कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध है। अधीक्षक ने कहा कि इंडोर में करीब 600 बेड हैं। इन्हें खाली कराने के बाद अब इसे भी कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके तैयार होने के बाद मायागंज अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए कुल 700 बेड तैयार होंगे। जबकि कोरोना के मासूम मरीजों के लिए 36 बेड का एसएनसीयू कोरोना वार्ड, आठ बेड का कोरोना पीकू वार्ड व 24 बेड का कोरोना आईसीयू उपलब्ध रहेगा।
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